Corona virus : वेतन में कटौती न करने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती

Webdunia
शनिवार, 18 अप्रैल 2020 (18:48 IST)
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Corona virus) 'कोविड-19' के कारण राष्ट्रव्यापी बंद के बीच सभी दुकानों, फ़ैक्टरियों, प्राइवेट संस्थानों में हर श्रेणी के सभी कर्मचारियों को पूरा वेतन दिए जाने के आदेश के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गई।

नागरिका एक्सपोर्ट्स लिमिटेड की ओर से दायर याचिका में केन्द्र सरकार के 29 मार्च के आदेश की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी गई है। यह कंपनी सूती कपड़ों के निर्माण एवं निर्यात से जुड़ी है।

याचिकाकर्ता की दलील दी है कि जब फ़ैक्ट्री में उत्पादन बंद है और कहीं से भी पैसा नहीं आ रहा है तो वह स्टाफ़ को वेतन के लिए पैसा कहां से लाए?

याचिका में कहा गया है कि पूरे देश में बंदी के कारण कहीं से भी पैसे नहीं आ रहे हैं तो ऐसे में कम से कम 1500 श्रमिकों और 150 अन्य कर्मचारियों को वेतन कहां से दिया जा सकता है?

कंपनी का कहना है कि वेतन के लिए उसे कम से कम पौने दो करोड़ रुपए की आवश्यकता होगी। कंपनी ने स्पष्ट किया कि ऐसे मौके पर कामगारों को मदद करने का उसका भी इरादा है, लेकिन जब पैसे आएंगे नहीं तो दिए कहां से जाएंगे?(वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बैकों के सर्वर डाउन होने से UPI Payment में देरी से ग्राहक परेशान, सोशल मीडिया पर शिकायतों का अंबार

पुराने भोपाल से हिंदुओं के पलायन का RSS का दावा सियासत या फिर मजबूरी?

ATM, UPI, GST से लेकर बैंक जमा तक 1 अप्रैल से होंगे 10 बदलाव, आपकी जेब पर क्या होगा असर

राणा सांगा को गद्दार कहने वाले सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमला

RAW पर प्रतिबंध की मांग, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, अमेरिकी संस्थान ने उगला जहर तो भारत ने लगाई लताड़

सभी देखें

नवीनतम

कुणाल कामरा ने टी-सीरीज पर साधा निशाना, लगाया यह आरोप...

राणा सांगा विवाद पर अखिलेश यादव का यू टर्न, BJP पर बरसे, बयान देने वाले रामजी लाल सुमन के घर पर हमला

क्‍या भारत-चीन संबंध होंगे बेहतर, LAC को लेकर हुई समीक्षा बैठक

किसानों को धोखा देने से किसी का भला नहीं होगा : निर्मला सीतारमण

LIVE: भूकंप के झटकों से कांपा पड़ोसी देश नेपाल

अगला लेख