Coronavirus संक्रमण की गंभीरता को कम करने वाले नए एंटीबॉडी की पहचान

Webdunia
शुक्रवार, 5 नवंबर 2021 (14:28 IST)
वॉशिंगटन। वैज्ञानिकों ने ऐसे एंटीबॉडी की पहचान एवं जांच की है जो कोरोनावायरसों के कई प्रकारों से होने वाले संक्रमणों की गंभीरता को सीमित कर सकता है जिनमें कोविड-19 के साथ ही सार्स बीमारी के लिए जिम्मेदार वायरस शामिल हैं।
 
अध्ययन में सार्स का प्रकोप फैलाने वाले सार्स-सीओवी-1 वायरस से संक्रमित और मौजूदा कोविड-19 से पीड़ित एक-एक मरीज के रक्त का विश्लेषण कर उसके शरीर से एंटीबॉडी को अलग किया गया।
 
अध्ययन के सह-वरिष्ठ लेखक एवं अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी ह्यूमन वैक्सीन इंस्टीट्यूट के निदेशक बार्टन हेन्स ने कहा कि इस एंटीबॉडी में मौजूदा वैश्विक महामारी से निपटने की क्षमता है।
 
हेन्स ने कहा कि यह भविष्य में सामने आने वाले प्रकोपों के लिए भी उपलब्ध हो सकता है अगर या जब कभी अन्य कोरोना वायरस अपने प्राकृतिक पशु पोषक से निकलकर मनष्यों में आ जाते हैं।
 
अनुसंधानकर्ताओं ने 1,700 से अधिक एंटीबॉडी की पहचान की, जो प्रतिरक्षा प्रणाली विशिष्ट वायरसों पर विशिष्ट स्थानों पर बंधकर रोगाणु को कोशिकाओं को संक्रमित करने से रोकती है।
 
उन्होंने कहा कि जब वायरस का उत्परिवर्तन होता है, तो कई संपर्ककारी स्थल (बाइंडिंग साइट) बदल जाते हैं या समाप्त हो जाते हैं, जिससे एंटीबॉडी अप्रभावी हो जाती हैं।
 
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि वायरस पर अक्सर ऐसी स्थल होते हैं जो उनके उत्परिवर्तन के बावजूद अपरिवर्तित रहते हैं।
 
उन्होंने ऐसी एंटीबॉडीज पर ध्यान केंद्रित किया जो वायरस के विभिन्न वंशों के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी होने की उनकी क्षमता के कारण इन साइटों को लक्षित करती हैं। यह अध्ययन मंगलवार को ‘साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन’ में प्रकाशित हुआ।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश के झूठ की खुली पोल, हिन्दुओं पर हुए 2200 हमले

MPPSC छात्रों का आंदोलन जारी

जया बच्चन का तंज, भाजपा सांसद सारंगी, राजपूत, कोन्याक को ‘अभिनय’ के लिए मिले पुरस्कार

मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान टला बड़ा हादसा

सिंधिया के करीबी गोविंद राजपूत पर भूपेंद्र सिंह का हमला

सभी देखें

नवीनतम

क्‍या व्हाइट हाउस में है इमरजेंसी, बाइडेन और कमला हैरिस ने क्‍यों रद्द किया हॉलिडे प्लान

SC ने बढ़ाई NEET-UG एडमिशन की समयसीमा, कहा- मेडिकल सीटें बर्बाद नहीं होनी चाहिए, डॉक्‍टरों की कमी का सामना कर रहा देश

अलीगढ़ में मिला एक और शिव मंदिर, कई वर्ष से था बंद

राहुल ने कहा, निर्दयी न बने सरकार, किसान नेता डल्लेवाल से बात करे

यातायात चालान कानून व्यवस्था को बढ़ावा देते हैं : न्यायमूर्ति मनमोहन

अगला लेख