सरकारी कर्मचारियों से बोले उज्जैन कलेक्टर, टीका नहीं तो वेतन भी नहीं

Webdunia
बुधवार, 23 जून 2021 (14:35 IST)
उज्जैन। मध्यप्रदेश में उज्जैन जिला प्रशासन ने कोविड-19 के खिलाफ शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक आदेश जारी कर कहा है कि यदि सरकारी कर्मचारियों ने टीका नहीं लगवाया तो उन्हें अगले माह से वेतन नहीं मिलेगा।
 
जिला कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा जारी इस आदेश में कहा गया है कि 31 जुलाई तक टीकाकरण नहीं कराने वाले सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जाएगा। सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को जुलाई का वेतन टीकाकरण का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने के बाद ही दिया जाएगा।
 
सिंह ने कहा कि जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस दिशा में कई कदम उठाए गए हैं।
 
आदेश में जिला कोषागार अधिकारी को जून के वेतन वितरण के साथ टीकाकरण प्रमाण पत्र एकत्र करने और सरकारी कर्मचारियों के टीकाकरण के बारे में जानकारी संकलित करने का निर्देश दिया गया है। जिले के विभिन्न विभागों के प्रमुखों को दैनिक वेतन भोगी एवं संविदा कर्मचारियों के टीकाकरण की जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
 
आदेश के अनुसार, जिले में कोविड-19 के कारण हुई सरकारी कर्मचारियों की मौत के मामलों की समीक्षा के दौरान पाया गया कि उनका टीकाकरण नहीं हुआ था। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख