Lockdown : बेंगलुरु के चिड़ियाघर की अनोखी पहल, जानवरों को लिया जा सकता है गोद

Webdunia
शुक्रवार, 1 मई 2020 (22:47 IST)
बेंगलुरु। वन्यजीव संरक्षण में रुचि रखने वालों के लिए बेंगलुरु के बनेरघट्टा जैव उद्यान (बीबीपी) ने लॉकडाउन के दौरान एक अनोखी पहल करते हुए चिड़ियाघर के जानवरों को गोद लेने का अवसर प्रदान करने का कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के जरिए बीबीपी के जानवरों को गोद लिया जा सकता है।

चिड़ियाघर के अधिकारियों ने बताया, जानवरों को गोद लेकर आपको उनके भोजन और चिकित्सा पर होने वाले खर्च में सहयोग करने का अवसर मिल सकता है। इस कार्यक्रम के द्वारा जानवरों को गोद लेने पर 80जी के तहत आयकर में छूट मिलने का प्रावधान है। 21 हाथियों को ऑनलाइन गोद लिया जा सकता है।

गोद लेने की राशि के हिसाब से चिड़ियाघर में प्रवेश पर गिफ्ट वाउचर और बोर्ड पर गोद लेने वालों के नाम लिखे जाने का भी प्रावधान किया गया है। बीबीपी ने गोद लिए जा सकने वाले जानवरों की सूची बनाई है।

किंग कोबरा और इंडियन रॉक पाइथन को 3500 रुपए प्रतिवर्ष की दर से गोद लिया जा सकता है। जंगली बिल्ली और असमी बंदर को पांच हजार रुपए प्रतिवर्ष की दर से गोद लिया जा सकता है। इसी प्रकार दरियाई घोड़ा, बाघ और जिराफ समेत अन्य जानवरों को गोद लेने की वार्षिक दर तय की गई है।

सरकार द्वारा संचालित बीबीपी के कार्यकारी निदेशक वनश्री विपिन सिंह ने शुक्रवार को कहा, गोद लेने के इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल लाभ अर्जित करना नहीं है, बल्कि जागरूकता पैदा करना और संरक्षण कार्यों से जुड़े लोगों से संपर्क साधना है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

भारत कोई धर्मशाला नहीं, लोकसभा में बोले अमित शाह, इमिग्रेशन बिल 2025 पास

रोहिंग्या हो या बांग्लादेशी घुसपैठिए, सब पर लगेगी लगाम, लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया प्लान

Ranya Rao को तीसरी बार झटका, जमानत याचिका नामंजूर, जानिए Gold smuggling case में अब तक क्या-क्या हुआ

Hurun Global rich List : 284 अरबपतियों के पास भारत की GDP का एक तिहाई हिस्सा, मुकेश अंबानी एशिया में सबसे अमीर

क्‍या है सत्‍ता जिहाद जिसे लेकर उद्धव ठाकरे ने साधा पीएम मोदी पर निशाना?

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: म्यांमार से थाईलैंड तक भूकंप से तबाही, क्या बोले पीएम मोदी?

जयशंकर बोले, कट्टर सोच वाले पड़ोसी देश की मानसिकता नहीं बदल सकते

केदारनाथ धाम में मोबाइल और कैमरे पर रोक, मंदिर समिति ने बनाए सख्‍त नियम

7.7 तीव्रता के भूकंप से थाईलैंड में तबाही, बैंकॉक में इमारतें ढहीं

AIIMAS में मरीजों की भारी भीड़, लोकसभा में क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री नड्डा?

अगला लेख