बुधवार को जारी किए अपने एक बयान में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि दुनियाभर में कोविड-19 से अभी तक 40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इसके पीछे की बड़ी वजह यह है कि कई अमीर देशों ने प्रतिबंधों में पूरी तरह से ढील दी हुई है, जबकि एशिया के कई देशों में संक्रमण अभी भी बढ़ रहा है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा, "पूरे एशिया में लाखों लोग नए लॉकडाउन का सामना कर रहे हैं और इंडोनेशिया वैश्विक हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है, जिसमें मृत्यु दर एक महीने में दस गुना बढ़कर बुधवार को रिकॉर्ड 1,040 हुई है।"
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस घेब्येयियस ने अपने बयान में कहा, "दुनिया इस महामारी में एक खतरनाक बिंदु पर पहुंच चुकी है। 4 मिलियन के आंकड़े को कम नहीं आंकना चाहिए।"
टेड्रोस ने अमीर देशों को वैक्सीन और सुरक्षात्मक उपकरणों की जमाखोरी के लिए भी फटकार लगाई और कोरोना संबंधित प्रतिबंधों में ढील देकर 'जैसेकि महामारी पहले ही खत्म हो गई है' जैसा अभिनय करने का आरोप लगाया।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि 270 मिलियन की आबादी वाले इंडोनेशिया, जो एक विशाल द्वीपसमूह है ने लोगों को घर से काम करने का आदेश दे दिया है और अपने पूरे क्षेत्र में व्यापार के शुरूआती घंटों को प्रतिबंधित कर दिया है।
टेड्रोस ने कहा, "इंडोनेशिया के द्वीप जावा में एक कब्रिस्तान के पास रहने वाले नेसन नुस्माना ने कहा, "मैं संक्रमित होने से बहुत डरता हूं। क्योंकि कब्रिस्तान के पास मृतकों को पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस की कतार लगी रहती है।" WHO प्रमुख ने कहा, "इनकी मदद नहीं की जा सकती। अब मैं केवल प्रार्थना कर सकता हूं।"