कमिश्‍नरी में बढ़ा इंदौर का क्राइम ग्राफ, 30 दिन में 9 हत्‍याएं, कमिश्‍नर बोले- 1600 अपराधियों की कुंडली तैयार

नवीन रांगियाल
Indore Crime: मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इंदौर में कमिश्नरी सिस्‍टम (Commissionerate System in Indore) इसलिए लागू किया गया था ताकि इंदौर में बढ़ते क्राइम के ग्राफ पर लगाम लगाई जा सके, लेकिन कमिश्‍नरी लागू होने के बाद भी इंदौर में लगातार अपराध की (Crime) सनसनीखेज घटनाएं सामने आ रही हैं। सरेआम हत्‍याएं हो रही हैं। पिछले एक महीने में 9 हत्‍याएं (Murder) हो चुकी हैं। अपराधी पूरे कमिश्‍नरी सिस्‍टम को मुंह चिढ़ा रहे हैं। हत्‍या करने के बाद अपराधी इंस्‍टाग्राम पर लिख रहे हैं -- पिक्‍चर अभी बाकी है।

हाल ही में गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा (Home minister) ने विधानसभा में एक सवाल के जवाब में बताया था कि राजधानी भोपाल में दुष्कर्म के मामले 2021 में 330 थे, जिनकी संख्या 2022 में 384 हो गई। जबकि इंदौर में 302 से बढ़कर ये संख्या 365 हो गई। अब इंदौर कमिश्‍नर ने शहर में क्राइम को कंट्रोल करने के लिए कमर कसी है। कमिश्‍नर मकरंद देऊस्‍कर का कहना है कि पुलिस के पास 1600 अपराधियों की कुंडली तैयार है। जल्‍द ही गिरफ्तारियां होंगी।

इंदौर-भोपाल का हाल : क्‍या कहते हैं आंकड़े
इंदौर में 2020 से 2021 के बीच 14699 अपराध के केस हुए, जिनकी संख्या 2021-22 में बढ़कर 15240 हो गई, यानी अपराधों में 3.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं, भोपाल में 2020-21 में 18654 केस के मुकाबले 2021-22 में 15516 प्रकरण दर्ज हुए। हालांकि इंदौर-भोपाल में कुल अपराधों की संख्‍या में 16.8% की कमी आई है।

क्‍या कहा पुलिस आयुक्‍त ने?
इंदौर के पुलिस कमिश्‍नर मकरंद देऊस्‍कर से वेबदुनिया ने शहर में बढते अपराध को लेकर चर्चा की। उन्‍होंने बताया कि जो भी हाल में हत्‍याएं हुईं हैं, उनके आरोपियों को जल्‍द ही गिरफ्तार किया जाएगा। हम कमिश्‍नरी सिस्‍टम को ठीक से लागू करने के लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसमें हमने क्राइम ब्रांच को वॉच पर लगाया है। 1500 से ज्‍यादा अपराधियों और हिस्‍ट्री शीटर का डाटा तैयार किया जा रहा है। हीरानगर थाना क्षेत्र में हुई निखिल खलसे की हत्‍या में गैंगवार की आशंका के सवाल पर कमिश्‍नर मकरंद देऊस्‍कर (Makrand deuskar) ने बताया कि इंदौर में गैंगवार जैसी कोई स्‍थिति नहीं है, आरोपियों का आपस में पुरानी साजिश है। फिलहाल जांच चल रही है, इसके बाद ही स्‍थिति स्‍पष्‍ट हो सकेगी। पुलिस क्राइम कंट्रोल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

इंदौर-भोपाल में 2021 में लागू हुआ था कमिश्‍नर सिस्‍टम
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh chouhan) ने 21 नवंबर 2021 को भोपाल और इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू करने की घोषणा की थी। इसके बाद 9 दिसंबर 2021 को भोपाल और इंदौर में कमिश्नर प्रणाली लागू की गई थी। कमिश्‍नरी लागू होने के बाद दोनों शहरों में पूरी पुलिस अमले में बदलाव किया गया था। मकसद यह था कि कमिश्‍नरी प्रणाली लागू होने के बाद इंदौर और भोपाल में क्राइम के ग्राफ को नीचे लाया जा सके।

क्‍या कहते हैं शहर के प्रबुद्ध नागरिक?
अभिभाषक, गांधीवादी कार्यकर्ता और लेखक अनिल त्रिवेदी ने चर्चा में वेबदुनिया को बताया कि पिछले दिनों पुलिस ने ही जो आंकडे जारी किए थे, उनके मुताबिक इंदौर में अपराध का स्‍तर बढ़ा है। लेकिन जिस तरह से हम इस शहर को बड़ा कर रहे हैं और जिस दिशा में ले जा रहे हैं, उससे लोगों का जीवन तो आसान हुआ है, लेकिन बड़ा शहर वो होता है, जिसे कोई तंत्र ठीक नहीं कर सकता। बड़े शहर आमतौर पर अराजक ही होते हैं। बड़े शहरों में हमें 24 घंटे संघर्ष करना होता है। हम भी अपने शहर को दिल्‍ली-मुंबई की तरफ ले जा रहे हैं। तो ऐसे में अब सवाल यह है कि हम कैसे जीना चाहते हैं और किस तरह के शहर में रहना चाहते हैं। दरअसल, जो सिस्‍टम है, उसकी संवेदनशीलता कम हो गई है, जब तक उन्‍हें कहा नहीं जाता तब तक कोई कार्रवाई नहीं होती। ऐसा नहीं है कि गांवों में हत्‍याएं नहीं होती, कोई अपराध नहीं होता। लेकिन मेरा कहना यह है कि शहरों में सिस्‍टम छोटा और प्रभावशाली होना चाहिए। सवाल यह है कि विकास की जो अवधारणा हमने चुनी है, उसमें हत्‍याएं क्‍यों हो रही हैं, एक्‍सीडेंट क्‍यों हो रहे हैं। हम ऐसे तंत्र और अराजक शहर को क्‍यों बढ़ावा दे रहे हैं। इस बारे में हमें बोलना पड़ेगा और सवाल भी करना पड़ेगा।

कमिश्‍नरी लागू होते ही हत्‍या (Murder)
पिछले साल विजय नगर थाना क्षेत्र के गणेश धाम कॉलोनी अज्ञात बदमाशों ने 19 साल के सौरभ राजपूत नामक युवक को बेरहमी से चाकू से गोदकर मार डाला। उसे घायल अवस्था में तत्काल उसे उपचार के लिए एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

5 घंटे में 2 हत्‍याओं से सिहर उठा इंदौर
दो दिन पहले ही हीरानगर थाना क्षेत्र के सुखलिया में मंगलवार को एक कपड़ा व्यापारी निखिल खलसे के सिर में गोली मारकर और चाकुओं से हत्या कर दी। आरोपियों ने निखिल खलसे के सिर में पहले गोली मारी, फिर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार किए। किसी पुराने विवाद में बदला लेने की बात सामने आ रही है। हालांकि पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है।

लोहामंडी का सनसनीखेज हत्‍याकांड
पिछले महीने जुनी इंदौर थाना क्षेत्र के लोहामंडी में ट्रांसपोर्ट व्‍यापारी सचिन शर्मा की हत्‍या कर दी गई थी। इस हत्‍या में आरोपी राहुल टुंडा, मोहसिन, शाहरुख और पंकज के नाम सामने आए थे, जिन्‍होंने चाकू से गोदकर सचिन की हत्‍या कर दी।

छोटे भाई ने की बड़े भाई की हत्‍या
इंदौर के सुखलिया क्षेत्र में हत्‍याकांड के ठीक कुछ ही घंटों के बाद इंदौर के आजाद नगर में छोटे भाई सुमित खत्री ने अपने बड़े भाई मनोज खत्री के सीने में कैंची मारकर हत्या कर दी। घर की नजदीक एक शादी समारोह में दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था।

गाड़ी निकालने की बात पर सरेआम हत्या
पिछले दिनों इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र में मामूली बात पर एक आरोपी ने दूसरे शख्स की चाकू मारकर हत्या कर दी। दरअसल गाड़ी निकालने की बात को लेकर रितेश जाधव और प्रथम उज्जैयनी नाम के दो लोगों के बीच विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि प्रथम ने रितेश को चांटा मारा दिया। जब तक प्रथम दूसरी बार मारता रितेश ने उसके गले में लटका चाकू प्रथम के सीने में घोंप दिया। इससे प्रथम की मौत हो गई।

स्‍टूडेंट ने प्राचार्य को जलाया
इंदौर के बीएम कालेज की प्राचार्य विमुक्ता कॉलेज से घर जाने के लिए निकली थीं। वे पार्किंग में बेलपत्र तोड़ रही थीं तभी पूर्व छात्र आशुतोष डिब्बे में पेट्रोल लेकर आया और उन पर छिड़क दिया। विमुक्ता कुछ समझ पातीं, इससे पहले उसने आग लगा दी। वारदात में आरोपी आशुतोष भी आग की चपेट में आया और उसका हाथ और सीना झुलस गया। आरोपी आशुतोष ने बताया कि वह 7वें सेमेस्टर में फेल हो गया था। बाद में उसने 7वें और 8वें सेमेस्टर दोनों की परीक्षा साथ में दी। इनका परिणाम जुलाई 2022 में आ गया था, लेकिन बार-बार कालेज जाने के बाद भी मार्कशीट नहीं मिल रही थी। वो इसी बात को लेकर गुस्से में था।

नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म
इंदौर में पढ़ाई और नौकरी के लिए बड़ी संख्‍ंया में युवा आ रहे हैं। ऐसे ही बाहर से आईं दो बहनों के साथ दुष्‍कर्म की घटना ने शहर को शर्मसार कर दिया। दोनों बहनें कहीं बाहर से यहां पर अपने रिश्तेदारों के साथ रहने आई थी। इस दौरान उनके घर के पास रहने वाले एक शख्स ने उनके साथ दुष्कर्म किया। आरोपी लगातार उन्हें बदनाम करने की धमकी देता और फिर बार-बार उन्हें अपने साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करता था। इसके बाद उसने अपने दोस्त को इस बारे में बताया, जिसके बाद वो भी नाबालिग बहनों को ब्लैकमेल कर उनके साथ दुष्कर्म करने लगा। परेशान होकर जब बहनों ने यह बात अपने माता-पिता को बताई तो, आरोपी ने उन्हें भी अपना बंदी बना लिया।

छात्र ने शिक्षिका को जला दिया
पिछले दिनों कॉलेज की एक शिक्षिका को परिसर में ही जिंदा जलाने की खबर सामने आई थी। दरअसल, आरोपी लगातार कई दिनों से शिक्षिका को आधी रात को मैसेज करता था और परेशान करता था। इस दौरान शिक्षिका ने कई बार पुलिस में शिकायत भी की थी, लेकिन किसी ने उसे गंभीरता से नहीं लिया। शिक्षिका के परिवारवालों का कहना है कि उन्होंने कई बार पुलिस ने रिपोर्ट कराई, लेकिन पुलिस कोई एक्शन नहीं ले रही थी।

कमिश्‍नरी सिस्‍टम के बाद बढ़ी घटनाएं
कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद यहां हत्या, हत्या का प्रयास, रेप, अपहरण और चोरी की घटनाएं बढ़ गई हैं। कुछ दिनों पहले इंदौर में 2022 के अपराध का आंकड़ा जारी किया गया था। 1 जनवरी 2021 से 15 नवंबर 2022 तक के आंकड़ों को देखने से अपराध की तस्वीर साफ होती है। साल 2021 के मुकाबले पिछले साल रेप की वारदात में इजाफा हुआ है। गौरतलब है कि अपराध पर लगाम कसने के इरादे से कमिश्नरी सिस्टम लागू किया गया था।

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