बड़ी चिंता! एटीएम खाली, कैसे निकलेगी सैलरी...

Webdunia
बुधवार, 30 नवंबर 2016 (19:28 IST)
इंदौर। जैसे-जैसे सैलरी की तारीख करीब आ रही है, लोगों की धड़कनें भी बढ़ती जा रही है। लोगों के जेहन में फिलहाल एक ही विचार है कि ज्यादातर एटीएम खाली पड़े हैं, बैंकों में लंबी लाइनें हैं, ऐसे में सैलरी कैसे निकलेगी और कैसे चलेगा घर खर्च। कहीं-कहीं एटीएम के शटर तक नहीं खुले थे। 
बुधवार यानी 30 तारीख को एकाध एटीएम को छोड़ दें ज्यादातर एटीएम सूने थे। जहां एकाध जगह एटीएम में पैसे थे, वहां लंबी कतार लगी हुई थी। नोटबंदी के बाद 22वें दिन भी लोग नकद राशि के लिए इधर उधर भटकते देखे गए। जैसा कि कहा गया था पेट्रोल पंपों से भी लोगों को पैसे मिलेंगे, वहां भी लोगों को रकम नहीं मिल रही है। 
 
प्राप्त जानकारी के अनुसार नोट छपकर बैंकों तक पहुंच तो रहे हैं, लेकिन लोगों को मिल नहीं पा रहे हैं। इससे माना जा रहा है कि बैंकों में पैसे तो आएंगे, लेकिन नौकरी पेशा वर्ग के हाथ खाली रहेंगे। उन्हें जरूरत के मुताबिक नोट नहीं मिल पाएंगे। 
 
7 दिसंबर तक सुधरेंगे हालात : बताया जा रहा है कि सैलरी के वजह से ही हाल ही में बैंकों में कैश फ्लो में कमी आई है। यह भी दावा किया जा रहा है कि 7 दिसंबर तक हालात सामान्य हो जाएंगे। इस बीच, खबर यह भी है आरबीआई ने 500 के नोटों की छपाई तेज करवा दी है, साथ ही 2000 के नोटों की छपाई भी जारी है।

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख