पाठकों के पत्र (प्रतिक्रियाएँ)

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वेबदुनिय ा क ी न ई स ज- ध ज क े सा थ आपक ा प्रि य स्‍तं भ ' पाठको ं क े पत् र' भ ी ए क बा र फि र न ए रू प- रं ग मे ं प्रस्‍तु त है । इसक े माध्‍य म स े आ प अपन ी प्रतिक्रियाए ँ प्रेषि त क र सकत े है ं, जिन्‍हे ं ह म साप्‍ताहि क रू प स े प्रकाशि त करेंगे । आ प न्‍यूनत म 50 औ र अधिकत म 100 शब्‍दो ं मे ं अपन ी प्रतिक्रिय ा व्‍यक्‍ त क र सकत े हैं । - संपादक

‘एक शहीद का ख त ’ बहुत अच्छा लगा ।

कुलदीप एक्का ( kuldeep_ekka@webduniya.co m)

‘कोई तो आवाज उठा ए ’ आलेख बहुत अच्छा लगा। ढेर सारी बधाइयाँ।

संजय तिवारी ( bly_sun0581@yahoo.co.i n)

‘एक शहीद का ख त ’ बहुत अच्छा है। कृपया इस तरह के और भी लेख प्रकाशित करें ।

बिरेंदर गुसैन ( birendergusain@yahoo.co m)

भारत की जनता को इन सिपाहियों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए। बहादुर सिपाही कैप्टन विजयंत थापा के शब्दों ने मुझे सचमुच भीतर तक छू लिया ।

तिलक राज ( hareshyam_mishra@rediffmail.co m)

इस खत को पढ़कर आँसू आ गए कि ऐसा वीर जवान भी है हमारे भारत में ।

पंकज रॉय ( pankajr@solutions-intg.co m)

विजयी विश्व तिरंगा प्यारा... झंडा ऊँचा रहे हमारा। कारगिल के शहीदो ं को हमारी ओर से शत-शत नमन ।

विवेक ( wiweq@rediffmail.co m)


एक सच्चे भारतीय के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए वेबदुनिया का धन्यवाद। इस तरह के आलेखों से युवाओं को प्रेरणा और शक्ति मिलती है।

अंकित मेहता ( ice_fire7985@yahoo.co.i n)

‘कोई तो आवाज उठा ए ’ आलेख बहुत अच्छा है ।

भूपेंद्र कुमार आर्य ( bkarya_1968@yahoo.co.i n)

इतने अच्छे खत के लिए वेबदुनिया को ढेर सारी बधाइयाँ।

बृजेश ( brijpwl@gmail.co m)

‘पराक्रम की गौरवगाथ ा ’ आलेख बहुत अच्छा है ।

कमल प्रसाद ( Reservation@tigermountain.co m)


धरा जब-जब विकल होती मुसीबत का समय आताइस देश में भी कोई कैप्टन विजयंत थापर जैसा महामानव चला आता।

जीतेंद्र प्रसाद ( prasad.jitendra@gmail.co m)

‘कोई तो आवाज उठा ए ’ आलेख में बहुत सही बात कही गई है। हमारे देश में महिलाओं के साथ दोयम व्यवहार किया जाता है। किरन बेदी भारतीय पुलिस का आभूषण हैं, जो सिर्फ चीजों के बारे में सिर्फ बात करने नहीं, बल्कि उस पर कार्य करने में यकीन रखती हैं। यह घटना हम सबके मुँह पर एक तमाचा है। सिर्फ किरन बेदी ही कमिश्नर बनाए जाने के योग्य हैं।

राजेश्वरी ( rajtmr@gmail.co m)

‘कोई तो आवाज उठा ए ’ आलेख बहुत अच्छा लगा ।

के. सी. मिश्रा ( kcmishra@indiatimes.co m)

एक शहीद का खत बहुत उम्दा और प्रेरणादायक है।

दुर्गेश ( pathakdc@gmail.co m)

विजयंत थापा को सलाम। आपका बलिदान ये देश याद रखेगा। वह कोख धन्य है, जिसने आपको जन्म दिया ।

शकील खान ( khanshakil77@gmail.co m)

हमें भारतीय सैनिक विजयंत थापा पर गर्व है और हम उन्हें सलाम करते हैं।

रजनी भारती ( rajnibharti@rediffmail.co m)

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