पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि

WD Feature Desk
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025 (10:32 IST)
Deendayal Upadhyay : 11 फरवरी को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि मनाई जाती है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक महान विचारक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री और राजनेता थे। वे भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक थे, जो बाद में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के रूप में विकसित हुआ। 
 
पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा के नगला चंद्रभान गांव में हुआ था। उन्होंने कानपुर के सनातन धर्म कॉलेज से बीए और आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से भी जुड़े थे। 
 
पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भारतीय राजनीति और समाज को एक नई दिशा प्रदान की। उन्होंने 'एकात्म मानववाद' का सिद्धांत दिया, जो भारतीय संस्कृति और मूल्यों पर आधारित है। एकात्म मानववाद के अनुसार, मनुष्य, प्रकृति और ईश्वर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और सभी का कल्याण होना चाहिए। 
पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों ने भारतीय राजनीति और समाज को बहुत प्रभावित किया है। उनके विचारों को आज भी प्रासंगिक माना जाता है।
 
उन्होंने भारतीय संस्कृति, राष्ट्रवाद, और गरीबों के उत्थान के लिए जो विचार दिए हैं, वे आज भी हमें प्रेरित करते हैं। उनके एकात्म मानववाद के सिद्धांत में समाज के सभी वर्गों के विकास और समृद्धि की बात कही गई है।
 
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मृत्यु 11 फरवरी 1968 को मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर हुई थी। उनकी मृत्यु को आज भी एक रहस्य माना जाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का मानना था कि समाज के सबसे गरीब और वंचित व्यक्ति का उत्थान होना चाहिए।

उनके विचारों के सम्मान में, उनकी जयंती को 'अंत्योदय दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इस दिन सरकार विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से गरीबों और वंचितों के उत्थान के लिए प्रयास करती है तथा उनकी पुण्यतिथि को 'समर्पण दिवस' के रूप में मनाया जाता है।

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