शाजिया इल्मी : प्रोफाइल

Webdunia
शनिवार, 17 जनवरी 2015 (14:04 IST)
आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेताओं में शामिल रहीं शाजिया इल्मी ने भाजपा का दामन थाम लिया ‍है। अन्ना हजारे के आंदोलन में शामिल रहीं शाजिया ने पिछले साल केजरीवाल पर तानाशाही रवैए का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी को अलविदा कह दिया था। भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा है कि वे चुनाव लड़ने के लिए भाजपा में शामिल नहीं हुई हैं, लेकिन यह भी कहा है कि संगठन उन्हें जो जिम्मेदारी देगा, उसे वे बखूबी निभाएंगी।

पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्त्ता शाजिया इल्मी का जन्म कानपुर में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था जो कांग्रेस पार्टी का समर्थक है। कानपुर से स्कूली पढ़ाई खत्म कर शाजिया ने जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और वेल्स विश्वविद्यालय, कार्डिफ से ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म में स्नातक तथा न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी से 16एमएम फिल्म प्रोडक्शन की पढ़ाई की। शाजिया ने इसके बाद अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की।

शाजिया ने 15 साल से ज्यादा समय तक पत्रकारिता में काम किया। इस दौरान उन्होंने एक टीवी चैनल पर कई प्रोग्राम को होस्ट तथा प्रोग्रामर के रूप में काम किया। इस दौरान व कई डाक्यूमेंट्री फिल्में भी बनाईं जो काफी चर्चित रहीं। वे वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय रेडिया एवं टीवी महिला संगठन की सदस्य हैं। शाजिया, अन्ना हजारे के जनलोकपाल आंदोलन से जुड़ गई और प्रवक्ता का कार्यभार संभाला। इसके बाद वे अन्ना हजारे से अलग हुए अरविंद केजरीवाल द्वारा बनाई गई आप पार्टी में शामिल हो गई थीं।

Show comments

जरूर पढ़ें

50 बिलियन डॉलर लागत, 9 हजार कमरे, ये है दुनिया की सबसे बड़ी इमारत मुकाब

भाजपा का आरोप, प्रियंका गांधी ने नहीं दिया संपत्ति का पूरा विवरण

चाचा के खिलाफ लड़ना चुनौती, लेकिन मैं चिंतित नहीं : युगेंद्र पवार

कोल्डप्ले और दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के टिकटों की अवैध बिक्री, ED ने मारे 13 जगह छापे

AAP का BJP पर बड़ा आरोप, रच रही है केजरीवाल की हत्या की साजिश

सभी देखें

नवीनतम

रविवार को फिर मिली 50 उड़ानों में बम की धमकी, 14 दिनों में 350 से ज्‍यादा धमकियां

नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने फिर फैलाए हाथ, चीन से मांगा 1.4 अरब डॉलर का कर्ज

सचिन सावंत का कांग्रेस को झटका, क्यों नहीं लड़ना चाहते अंधेरी पश्चिम से चुनाव?

उत्तराखंड लोअर पीसीएस परीक्षा का पाठ्यक्रम बदला, 2 नए पेपर जुड़े

जम्मू कश्मीर में 10 महीनों में 52 आतंकी ढेर, जुलाई में सबसे ज्यादा आतंकी हमले