धनतेरस 2019 : आज जो बर्तन घर पर लाएं उसे खाली न रखें, ये 7 चीजें तुरंत डालें बर्तन में

Webdunia
हर त्योहार की तरह धनतेरस मनाने के पीछे भी एक पौराणिक कथा प्रचलित है। हिंदू धर्मग्रन्थों के मुताबिक, जब क्षीरसागर का मंथन हो रहा था तो धनवंतरि अमृत का घड़ा लेकर प्रकट हुए थे। इसीलिए धनतेरस को सुख और समृद्धि के पर्व के तौर पर मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान त्रयो‍दशी के दिन भगवान धनवंतरि प्रकट हुए थे, इसलिए इस दिन को धन त्रयोदशी कहा जाता है।
 
धनतेरस के दिन सोना, चांदी या नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। लेकिन इस दिन लोहे के बर्तन व इससे बनीं चीजें खरीदने से बचना चाहिए।  धनतेरस पर अधिकतर लोग स्टील के बर्तन खरीदते हैं लेकिन स्टील भी लोहे का ही एक रूप है इसलिए धनतेरस के दिन स्टील के बर्तन नहीं खरीदने की सलाह दी जाती है। स्टील व लोहे के अलावा कांच के बर्तन भी खरीदने से बचना चाहिए। धनतेरस के दिन समृद्धि के प्रतीक के तौर पर ये चीजें खरीदना शुभ माना जाता है- सोना, चांदी, धातु की बनीं लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, नए बर्तन। 
 
पीतल के बर्तन खरीदना होता है शुभ-
 
भगवान धनवंतरि को नारायण भगवान विष्णु का ही एक रूप माना जाता है। इनकी चार भुजाएं हैं, जिनमें से दो भुजाओं में वे शंख और चक्र धारण किए हुए हैं। दूसरी दो भुजाओं में औषधि के साथ वे अमृत कलश लिए हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि यह अमृत कलश पीतल का बना हुआ है क्योंकि पीतल भगवान धनवंतरी की प्रिय धातु है। इसीलिए धनतेरस के दिन पीतल की खरीदारी को ज्यादा फलदायी माना गया है। 
 
खाली बर्तन ना लाएं-
 
धनतेरस के दिन बर्तन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है लेकिन बर्तन की खरीदारी के वक्त कुछ सावधानियों को ध्यान में रखना जरूरी है। घर पर खाली बर्तन कभी ना लाएं। इसे घर लाने पर पानी से भर दें। पानी को भाग्य से जोड़कर देखा जाता है। इससे आपके घर में समृद्धि और संपन्नता का वास रहेगा।

खाली बर्तन घर लाना अशुभ माना जाता है इसलिए ऐसा करने से बचें। बर्तन घर लाकर उसमें शकर भर सकते हैं ताकि समृद्धि बनी रहे। बर्तन में श्वेत चावल भर सकते हैं इससे सौभाग्य चमक सकता है। उसमें दूध भी रख सकते हैं। गुड़ और गेंहू रखने का भी रिवाज है। आप उसमें सिक्के भी डाल सकते हैं। बर्तन में शहद भी भरा जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

क्यों वर्ष में एक ही बार नागपंचमी पर खुलते हैं उज्जैन के नागचंद्रेश्वर मंदिर के कपाट?

नागपंचमी पर जानिए वासुकि, तक्षक और शेषनाग की कहानी

ये 3 राशियां हमेशा क्यों रहती हैं प्यासी और असंतुष्ट?

क्या फिर लौटेगी महामारी! नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की भविष्यवाणी में छुपे 2025 में तबाही के संकेत

शनि और मंगल का होने वाला है आमना-सामना, देश में घट सकती हैं ये 5 घटनाएं

सभी देखें

धर्म संसार

30 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

30 जुलाई 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त

सावन में शिवजी को कौनसे भोग अर्पित करें, जानें 10 प्रमुख चीजें

शनि मंगल का समसप्तक और राहु मंगल का षडाष्टक योग, भारत को करेगा अस्थिर, 5 कार्य करें

कल्कि जयंती पर क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त, जानिए आने वाले अवतार के 5 रहस्य

अगला लेख