Dhanteras : पहली बार धनतेरस मनाई जा रही है 5 अति शुभ योग में, जानिए यहां आज के दिन की खास बातें

पं. सोमेश्वर जोशी
पहली बार पांच विशेष योग में धन तेरस पर होगी देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस है। यह तिथि आज 2 नवंबर मंगलवार को है। 
 
ये पांच दिवसीय महोत्सव देवी लक्ष्मी नारायण की आराधना के साथ खरीदारी के लिए भी शुभ मुहूर्त होता है। इस वर्ष धनतेरस पर त्रिपुष्कर, दोपहर सर्वार्थ सिद्ध,  सिद्धि योग, प्रजापत (धाता) 12 :52 मिनिट पश्चात, वैधृत का अति शुभ योग बन रहा है। 
 
धन त्रयोदशी विशेष कर शिव, कुबेर और भगवान धन्वंतरि की आराधना के उपरांत शुभ मुहूर्त में की गई खरीदारी वर्ष भर के लिए शुभ फलदायक सिद्ध होता है। 
धनतेरस के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, स्तोत्र, कथा और महत्व सब एक साथ

शिव पुराण आदि में भौम, त्रयोदशी प्रदोष काल धनतेरस पर आना अपने आप में बहुत बड़ा धार्मिक पौराणिक महोत्सव है जिसका अध्यात्म में बहुत महत्त्व है। 
धनतेरस के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, मंत्र, स्तोत्र, कथा और महत्व सब एक साथ
धन्वन्तरी जयंती
वेदों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि की उत्पत्ति हुई थी। धन्वंतरी आरोग्यता के देवता हैं। कुबेर की जहां धन और समृद्धि के लिए पूजा की जाती है, वहीं भगवान धन्वंतरि की पूजा इस दिन आरोग्यता की कामना के लिए की जाती है।
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शिव अभिषेक करें
कुबेर, धन्वंतरि लक्ष्मी पूजन करें 
स्कंद पुराण अनुसार मिटटी के दीपक को तिल के तेल से पूरा भर गंध आदि से पूजन कर दीपदान, द्वार, एवं भगवान के समक्ष पूजित दीप प्रज्वलित करें
झाड़ू, स्वर्ण, चाँदी खरीदें 
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धनतेरस पूजन खरीदी के लिए उत्तम मुहूर्त

 

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