स्थिर लक्ष्मी प्राप्ति के लिए इस दिवाली यह 8 उपाय आजमा कर देखें

Webdunia
दीपों का पर्व दिवाली मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने व उनसे मनवांछित वरदान मांगने का होता है। इस दिन शास्त्रोक्त उपाय किए जाते हैं। प्रस्तुत है 8 ऐसे ही उपाय जो हर तरह की समस्याओं से मुक्ति दिलाएंगे। 
 
1. मां लक्ष्मी के मंदिर में जाकर कमल पुष्प, गुलाब पुष्प, गन्ना, कमल गट्टे की माला इत्यादि दीपावली के दिन प्रात: चढ़ाकर यथाशक्ति श्रीसूक्त, लक्ष्मी सूक्त तथा कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। धन प्राप्ति के मार्ग खुलेंगे। कमल गट्टे लाल वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखें।
 
2. जिन लोगों की दुकान, फैक्टरी इत्यादि चल नहीं रहे हों, वे सवा भाव फिटकरी का टुकड़ा लेकर व्यवसाय स्थल पर से 81 बार उतारकर उत्तर दिशा की तरफ एकांत में फेंक दें। फेंकते समय कोई टोके नहीं।
 
3. दीपावली की रात्रि को पूजा में लाल कपड़े में बांधकर 11-11 सुपारी, काली हल्दी, पीली हल्दी, कौड़ी (संभव हो तो लक्ष्मी कौड़ी), गोमती चक्र तथा एक एकाक्षी नारियल रखें। दूसरे दिन यह पोटली तिजोरी या गल्ले में रख दें।
 
4. नौकरी-व्यवसाय में दिक्कत हो तो मीठा जल, कुछ मुटठी चने की दाल लक्ष्मीजी पर चढ़ाकर पश्चात पीपल की जड़ में चढ़ाकर अपनी समस्या बोलें। कार्यसिद्धि होगी।
 
5. इच्छापूर्ति के लिए केसर, गोरोचन, कुंकु से दीपावली की प्रात: वटवृक्ष का पत्ता तोड़कर उस पर अपनी इच्‍छा लिखें तथा बहते जल में बहा दें। ऐसा दिवाली की रात के बाद लगातार 7 दिन करें। इच्छापूर्ति निश्चित होगी।
 
6. दीपावली को किसी हरिजन दंपति को अपने घर में बैठाकर भोजन करवाएं तथा दक्षिणा दें। पूरे वर्षभर धन की वर्षा होगी।
 
7. दीपावली के दिन किसी सुहागिन सुंदर युवती स्त्री को भोजन करवाकर पूजन कर सुहाग सामग्री, वस्त्र इत्यादि दें तथा आशीर्वाद लें।
 
8. दीपावली की रात्रि को सभी के सो जाने के पश्चात गाय के गोबर (ताजा) से एक दीपक दरवाजे के बीच में बाहर की तरफ बनाएं। उसमें सरसों का तेल भरकर कुछ चुटकी शकर डालकर दीपक जला दें। ध्यान रहें, दीपक की बाती बाहर की ओर रहे तथा उसके बाद कोई घर से बाहर न निकले।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

पाकिस्तान में यहां शिव जी के आंसू से बना था अमृत कुंड, जानिए कटासराज शिव मंदिर का अद्भुत इतिहास

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

क्यों चर्चा में है पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिन्दुओं का पवित्र शक्तिपीठ हिंगलाज माता मंदिर, जानिए पौराणिक महत्त्व

भविष्‍य मालिका की 6 भविष्‍यवाणियां हुईं सच, जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर की गई हैं भविष्‍यवाणियां

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 22 मई का दैनिक राशिफल, जानें कैसा रहेगा आज आपका समय

ईरान क्यों छोड़ रहा है इस्लाम?

22 मई 2025 : आपका जन्मदिन

22 मई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

शनि देव को अतिप्रिय हैं ये चार फूल: शनि जयंती पर चढ़ाने से दूर होंगे शारीरिक तथा मानसिक कष्ट

अगला लेख