एक्यूप्रेशर प्वाइंट सेहत को सुधारने में कैसे करते हैं मदद, Expert Advice
एक्यूप्रेशर एक पुरानी पद्धति से जुड़ा हुआ उपचार का माध्यम है हालांकि आज भी लोग इसे लेकर बहुत कम जागरूक है। इसे आप घर पर नहीं सीख सकते हैं। शुरुआती दौर में एक्सपर्ट की सलाह की जरूरत होती है। हालांकि इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आप गलती से कोई-सा दूसरा पॉइंट प्रेस करने लग जाते हैं तो किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी, ना ही कोई साइड इफेक्ट। लेकिन एक्यूप्रेशर आज भी कुछ बीमारी को जड़ से खत्म करने में मदद करता है। और इस बात का दावा एक्यूप्रेशर स्पेशलिस्ट डॉ. पुष्पा बंडी ने स्वतः किया है।
वेबदुनिया ने एक्सपर्ट से चर्चा कर एक्यूप्रेशर की खासियत और उससे होने वाले लाभ के बारे में जाना। आइए जानते हैं क्या कहा-
एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर में अंतर ?
सबसे पहले बता दें कि यह दोनों अलग-अलग होता है। एक्यूप्रेशर में अंगूठे या मशीन से पॉइंट को दबाया जाता है और एक्यूपंक्चर में सुई के द्वारा उपचार किया जाता है। बीमारी के हिसाब से क्लॉक और एंटी क्लॉक वाइज दबाकर प्रेशर देकर घुमाते हैं।
किन बीमारियों के लिए सबसे फायदेमंद है?
महिलाओं और लड़कियों में पीसीओडी सबसे बड़ी समस्या है। आजकल 99.95 फीसदी यह बीमारी हो रही है। लेकिन मैंने इसमें 99 फीसदी रिजल्ट दिया है।
- गैस और एसिडिटी में भी राहत मिलती है। प्रेशर प्वाइंट की मदद से आराम मिलता है। इसके साथ आपको खाने की चीजों पर भी कंट्रोल करना होता है। गैस रिलीज में समस्या आ रही है तो बहुत मददगार है।
- साथ ही इमरजेंसी प्वाइंट भी होते हैं। उदाहरण के लिए कोई व्यक्ति एकदम से बेहोश हो गया। उसके लिए प्वाइंट होता है उसे प्रेशर देकर उसे क्लॉक वाइज घुमाइएं। वह व्यक्ति होश में आ जाएगा। इसके बाद उसे मेडिकल हेल्प दे सकते हैं।
- यदि आपको स्ट्रोक आने वाला है तो उस प्वाइंट को दांतों के नीचे दबाने से स्ट्रोक नहीं आएगा और आप आराम से डॉक्टर के पास पहुंच जाएंगे। एक्यूप्रेशर की मदद से सिरदर्द में भी राहत मिलती है, साइटिका में भी आराम मिलता है।
- इसकी सबसे बड़ी खासियत है अगर आपको किसी प्रकार का दर्द हो रहा हो तो उसमें आराम मिल जाएगा। फिर चाहे घुटनों का दर्द हो, कमर दर्द हो। साथ ही गलत प्वाइंट दबाने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा।
एक्यूप्रेशर से वजन घटता है?
मैं एक्यूप्रेशर से 24 साल से लोगों का वजन घटा रही हूं। और 100 फीसदी रिजल्ट्स भी मिले हैं। इसके लिए सबसे पहले आपकी बॉडी का एनालिसिस किया जाता है। क्या चीजें आपको कंट्रोल करना चाहिए, किन चीजों से आपका वजन बढ़ता है। एक्यूप्रेशर से वजन घटने के बाद बहुत धीरे-धीरे वजन बढ़ता है। दूसरी चीजों के तुलना में।
एक्यूप्रेशर की मदद से वजन घटाने का एक नॉमिनल टाइम पीरियड कितना है?
मैं दावे के साथ बोल सकती हूं कि इसकी मदद से 1 महीने में 4 से 5 किलो वजन कम किया जा सकता है। मैंने अभी तक एक महीने में 12 किलो वजन भी घटाया है। इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं होते हैं। आपकी बॉडी रिस्पॉन्स कैसा रहता है उस पर भी निर्भर करता है।
सभी आयु वर्ग के लोग कर सकते हैं?
नहीं 16 साल तक बच्चे का विश्लेषण किया जाता है। लेकिन 18 साल से ऊपर है तो वह कर सकते हैं। बाकी कोई आयु सीमा नहीं है। हमने 86 साल की महिला का भी वजन कम करने में मदद की है। 2 महीने में 10 किलो वजन कम किया है।
किस तरह काम करता है एक्यूप्रेशर?
एक्यूप्रेशर में यह माना जाता हैं कि हमारे हाथों में और पैरों में सब ऑर्गन का नर्व का खत्म होता है। जब वहां पर क्रिस्टल डिपॉजिट हो जाते हैं तो उस ऑर्गन से जुड़ी बीमारियां शुरू हो जाती है।
एक्यूप्रेशर से कितने दिन में बीमारी ठीक हो जाती है?
- यह निर्भर करता है कि बीमारी क्या है।
इन बीमारियों के लिए कम उपयोगी
गठिया रोग एक्यूप्रेशर से ठीक नहीं होती है। हालांकि दर्द में आराम मिल सकता है क्योंकि जोड़ों में दर्द होता है। इसमें करीब 15 से 20 दिन का समय लगता है। इसके लिए किसी प्रकार की मेडिसिन नहीं दी जाती है। वह पंक्चर या प्रेशर दोनों में से किसी एक की मदद से किया जाएगा। गठिया नामक बीमारी ठीक नहीं होगी। दर्द जरूर कम हो जाएगा।
साथ ही यह सर्जिकल बीमारियों के लिए बहुत अधिक उपयोगी नहीं है। जैसे कैंसर, कोरोना में यह मददगार नहीं है क्योंकि इसमें प्रोसेस को टच करके किया जाता है। आराम सभी बीमारियों में देता है लेकिन किसी में बहुत ज्यादा किसी में बहुत कम।
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