बुरे कार्य से बचाती है नमाज : ' नमाज बेहयायी और बुरी बातों से इंसान को रोकती है।' ये बातें मौलाना ने कुरान शरीफ की आयतों का अनुवाद करते हुए कही। उन्होंने कहा कि एक बार सल्लाहो अलैह वसलम अपने अनुयायी से फरमाते हैं कि खुदा ने जब मेरी उम्मत पर नमाज फर्ज किया तो शैतान दहाड़ मारकर रोने लगा।
इस पर शैतान के चेलों ने उससे रोने की वजह पूछी तो शैतान ने कहा कि खुदा ने इंसान पर नमाज फर्ज कर दी है तो चेलों ने कहा इससे क्या होगा, तब शैतान ने कहा अरे नादानों नमाज इंसान को बुराई और गंदे कामों से बचाएगी क्योंकि खुदा का खौफ उनके दिल में रहेगा। और ये बुरे कामों से बचते रहेंगे।
शैतान के चेलों ने कहा हम इस पर क्या कर सकते हैं। तब शैतान ने कहा कि तुम इन्हें नमाज पढ़ने से रोकते रहना। इन्हें नमाज न पढ़ने देना। दुनियादारी की बातों में उलझाकर रखना। जिससे ये बुराई का रास्ता ना छोड़ पाए।
उन्होंने अपील की कि किस तरह मुसलमान शैतान के बहकावे में न आकर अपने दिलों में खुदा का खौफ और रसूल की मोहब्बत लिए नमाज पढ़े। नमाज पढ़ने से ही हम सारे बुरे कामों से बचे रहेंगे और जिंदगी के हर कदम में कामयाबी मिलेगी।