रमजान का आगाज

माह-ए-रमजान की इब्तिदा

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मुस्लिम धर्मावलंबियों के मुबारक माह रमजान का मंगलवार से आगाज हो गया। सोमवार देर शाम मुफ्ती-ए-आजम मौलाना मो. मेहमूद अहमद कादरी के ऐलान के मुताबिक मंगलवार को रमजान का पहला रोजा है। बादलों के कारण आसमान पर चांद नजर नहीं आया। लेकिन चांद देखे जाने की शहादते शरीआ मौलाना साहब तक पहुंची। जिसके चलते देर शाम करीब 8.30 बजे मंगलवार को पहले रोजे का ऐलान किया गया।

माह-ए-रमजान का पहला रोजा 15 घंटे से ज्यादा वक्त का होगा। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय पर निर्धारित सेहरी और अफ्तार के वक्त के लिहाज से यह समीकरण बनेंगे। कहा जा रहा है कि ऐसे हालात करीब 100 साल में बनते हैं। रमजान माह की पहली सेहरी 2 अगस्त की सुबह 4.03 बजे खत्म हो गई। इसी तरह इस रोजा का अफतार शाम 7.09 बजे किया जाएगा। सेहरी और अफ्तार के इन वक्तों के मुताबिक पहला रोजा 15 घंटे 6 मिनट का होगा।

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पहली तरावीह अदा : सोमवार शाम को रमजान के चांद की तस्दीक होने के साथ तरावीह की नमाज (विशेष नमाज) की शुरुआत हो गई है। विभिन्न मस्जिदों में अदा की जाने वाली इस खास नमाज के लिए अलग अवधियां तय की गई हैं। कुरआन पाक की तिलावत के साथ नमाज अदा की जाती है।

बाजार हुए गुलजार : चांद की तस्दीक के साथ ही शहर की मस्जिदों से तोप दाग कर रमजान की शुरुआत की इत्तिला दी गई। इसके साथ ही बाजारों में भी रौनक बढ़ गई। सेहरी के लिए दूध फैनी, फल आदि की खरीदी-बिक्री देर रात तक बाजारों में होती रही। दुकानों पर खासी भीड़ भी देखी गई।

दिन सूने, रात रौशन : रमजान की शुरुआत के साथ ही शहर के मुस्लिम बहुल्य इलाकों में मंगलवार से दिन के वक्त सूनेपन और सन्नाटे के हालात दिखाई देने लगेंगे। इन क्षेत्रों में स्थित खानपान, चाय, नाश्ते और पान दुकानों पर आम दिनों की तुलना में कम भीड़भाड़ दिखाई देगी। इधर रात के वक्त (अफ्तार के बाद) इन बाजारों में चहल-पहल देर रात तक बनी रहेगी।

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