भारत को 'पर्यावरण दिवस' की मेजबानी

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संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस बार विश्व पर्यावरण दिवस की मेजबानी भारत को सौंपी है। मेजबान होने के नाते देश भर में इस विशेष दिन को भव्य तरीके से मनाने का निर्णय लिया गया है। इसे देखते हुए प्रधान मुख्य वनसंरक्षक ने सभी वनमंडलों समारोहपूर्वक मनाने के निर्देश दिए हैं।

यह फरमान बिलासपुर वनमंडल में भी पहुंच गया है। इस बार विश्व पर्यावरण दिवस 'वन-मानव जाति की सेवा में प्रकृति' विषय पर आधारित है।

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5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विश्व भर में विविध आयोजन होते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ हर साल इस विशेष दिन को मनाने के लिए अलग-अलग देश को मेजबानी देता है। इस बार यह जिम्मेदारी भारत को सौंपी है। केंद्रीय पर्यावरण वन मंत्रालय इसे अपना सौभाग्य मान रहा है। इसीलिए वे देशभर में आयोजन का स्तर वृहद तरीके से होगा। इसकी जानकारी छत्तीसगढ़ को भी भेजी गई है। इसी के तहत प्रधान मुख्य वनसंरक्षक कार्यायल से इस दिन को समारोहपूर्वक मनाने का फरमान दिया गया है। यह फरमान उन्होंने सभी वनसंरक्षक व वनमंडल कार्यालय में भेजा है। पर्यावरण दिवस पर किस तरह के आयोजन व क्या तैयारी करना है इस संबंध में उन्होंने आवश्यक टिप्स दिए हैं।

इसके तहत प्रत्येक वनवृत्त कार्यालय, वनमंडल कार्यालय, उपवनमंडल कार्यालय जिला अध्यक्ष कार्यालय व जिले के अन्य प्रमुख स्थलों में होर्डिग्स लगाने के लिए कहा है। सभी जगहों में होर्डिंग्स 2 जून लगाना अनिवार्य किए गए है। 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के दिन संयुक्त वन प्रबंधन समितियों की बैठक रखी जाएगी।

बैठक परिसर रक्षक के मुख्यालय में होगी। बैठक में मुख्यमंत्री व वनमंत्री के संदेशों को पढ़ा जाएगा। इसके अलावा समितियों में साइकिल रैली भी निकालने के लिए कहा गया है।

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