प्रकाश करात : प्रोफाइल

Webdunia
FILE
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्‍सवादी) के महासचिव और देश के प्रमुख वामपंथी नेता प्रकाश करात का का जन्‍म 7 फ़रवरी सन् 1948 को लेतपदन (बर्मा) में हुआ।

करात के पिता ब्रिटिश राज के दौरान बर्मा रेलवे में कार्यरत थे। सन् 1957 में उनके परिवार की भारत वापसी के बाद उन्‍होंने मद्रास क्रिश्‍चियन कॉलेज प्रारंभिक से शिक्षा ग्रहण की।

मलयाली जाति और केरल से संबंध रखने वाले करात अर्थशास्‍त्र में स्‍नातक के बाद करने के बाद ब्रिटेन की एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी से राजनीति में की छात्रवृत्‍ति के साथ डिग्री प्राप्त की। करात की राजनीति की शुरुआत छात्र जीवन में एडिनबर्ग विश्‍वविद्यालय में रंगभेद का विरोध करने के साथ की।

ब्रिटेन से भारत लौटने के बाद करात ने जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद्यालय में पीएचडी हेतु शोध किया। करात 'स्‍टूडेंट फ़ेडरेशन ऑफ़ इंडिया' के प्रर्वतकों में से एक हैं। करात भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में सम्‍मिलित हो गए और केरल के दिग्‍गज कम्‍युनिस्‍ट नेता एके गोपालन के सहायक के तौर पर कार्य करने लगे। प्रकाश करात मार्क्सवादी पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं।

करात सन् 1982 से 1985 तक भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की दिल्‍ली राज्‍य कमेटी के सचिव रहे हैं। 1992 में भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की मुख्‍य कार्यकारी और राजनीतिक कमेटी ' पॉलित ब्‍यूरो' के सदस्‍य बनें। 2005 में उन्‍हें भारतीय मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी का सचिव घोषित किया गया।

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card से जुड़ी ऐसी जानकारी जो आपको शायद ही पता हो

राजस्थान : SDM को तमाचा जड़ने वाला निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा गिरफ्‍तार, भीड़ के हमले में 2 मीडियाकर्मी घायल, कैमरा जलाया

Manipur Violence : मणिपुर में हिंसा पर केंद्र सरकार ने संभाला मोर्चा, जिरीबाम समेत 6 क्षेत्रों में फिर लगा AFSPA

छात्रों के आगे झुकी UPPSC, अब एक दिन एक शिफ्ट में होगी एग्जाम

Maharashtra Elections: भाजपा सांसद चव्हाण को क्यों रास नहीं आया योगी का नारा बंटेंगे तो कटेंगे

सभी देखें

नवीनतम

दिल्ली का AQI गंभीर, हवा में सांस लेना मुश्किल, ग्रैप-3 प्रतिबंध लागू

ट्रंप ने रूस एवं यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का संकल्प दोहराया, एशिया में भी लाएंगे शांति

LIVE: देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान, बंटेंगे तो कटेंगे नारे को समझ नहीं पाए अजित पवार

बिरसा मुंडा की जयंती के सहारे आदिवासी वोटर्स की गोलबंदी में जुटी भाजपा?

Petrol Diesel Prices: घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतें बदलीं, जानें ताजा भाव