मुंबई। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को कहा कि वे नए कृषि कानूनों के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन नहीं करेंगे और दावा किया कि केंद्र सरकार उनकी कुछ मांगों पर सहमत हो गई है।
केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और भाजपा नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिन में हजारे से मुलाकात की। चौधरी ने कहा कि हजारे द्वारा मनोनीत कुछ सदस्यों के साथ एक उच्चस्तरीय समिति उनकी मांगों पर विचार करेगी और छह महीने में रिपोर्ट सौंपेगी।
एक बयान में हजारे (84) ने घोषणा की थी कि वे शनिवार को महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगण सिद्धि में भूख हड़ताल शुरू करेंगे। हजारे ने कहा था कि उन्होंने किसानों की दुर्दशा पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री को पांच बार पत्र लिखा था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
हजारे ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने मेरी कुछ मांगों पर सहमति जताई है और किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए एक समिति गठित करने की भी घोषणा की है। मैंने शनिवार से शुरू हो रहे अपने प्रस्तावित अनिश्चितकालीन अनशन को स्थगित करने का फैसला किया है। भूख हड़ताल की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा था कि मैं कृषि क्षेत्र में सुधार की मांग करता रहा हूं, लेकिन केंद्र सही फैसले लेते नहीं दिख रहा है।(भाषा)