नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस परेड में शामिल बच्चों सहित करीब 200 कलाकार मंगलवार को लालकिले के पास उस समय फंस गए जब ट्रैक्टर परेड में शामिल किसान हिंसक हो गए और अवरोधकों को तोड़ कर प्रदर्शनकारी मुगल स्मारक में घुस गए। बाद में दिल्ली पुलिस के जवानों ने उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दोपहर में करीब 2 घंटे तक फंसे रहने के बाद उन्हें दिल्ली पुलिस के जवानों ने सुरक्षित बचा लिया। उन्हें नाश्ता दिया गया और सुरक्षित वहां से निकाला गया।
किसानों की मांगों को रेखांकित करने के लिए आयोजित ट्रैक्टर परेड में शामिल प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर हिंसा पर उतर आए और उन्होंने अवरोधकों को तोड़ दिया। उनकी पुलिस के साथ झड़पें भी हुयीं। प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को पलट दिया और लाल किले की प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया जहां देश का तिरंगा फहराया जाता है।
पूरे इलाके में घंटों तक अराजक स्थिति बनी रही और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया तथा वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण के लिए लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे।
हिंसक भीड़ ने यहां तैनात पुलिस वालों पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। खुद को बचाने के चक्कर में कई जवान खाई में गिर गए। इस घटना में 83 पुलिस वाले घायल बताए जा रहे हैं।