संगरूर (पंजाब)। गणतंत्र दिवस हिंसा के मामले में वांछित, गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बना लाखा सिधाना शुक्रवार को फिर सामने आया और उसने कहा कि अगर सरकार उसे गिरफ्तार करना चाहती है तो वह गिरफ्तारी से भाग नहीं रहा है।
अपने समर्थकों के साथ यहां खुले वाहन में सवार सिधाना ने कहा कि वह शनिवार को केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ हरियाणा के कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को बंद करने के लिए किसानों के साथ शामिल होने जा रहा है।
किसानों ने 10 अप्रैल को सुबह 8 बजे के बाद से 24 घंटे के लिए एक्स्प्रेसवे बंद करने की चेतावनी दी है। सिधाना से जब पूछा गया कि क्या वह गिरफ्तारी से डर रहा है, तो उसने कहा, जब भी कोई बड़ा आंदोलन होता है तो सरकार फर्जी मामले दर्ज करती है। वह आंदोलन को कमजोर करने के लिए हथकंडे के तौर पर इसे इस्तेमाल करती है।
इसमें कोई नई बात नहीं है।उसने कहा, अगर सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है तो मैं भाग नहीं रहा। मुख्य बात यह है कि यह आंदोलन सफल होना चाहिए। लाखा सिधाना नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के सिलसिले में वांछित है।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हजारों प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। इस दौरान अनेक प्रदर्शनकारी लाल किले पर पहुंच गए थे और उसके गुंबद पर धार्मिक झंडा फहरा दिया था।(भाषा)