chhat puja

सुप्रीम कोर्ट की सरकार को चेतावनी, किसान आंदोलन भी तब्लीगी जमात न बन जाए

Webdunia
गुरुवार, 7 जनवरी 2021 (14:04 IST)
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में तब्लीगी जमात के आयोजन से कोरोना फैलने के मामले में सुनवाई हुई। चीफ जस्टिस एस ए बोबडे की बेंच ने सरकार से पूछा कि मरकज मामले से क्या सबक लिया? उन्होंने कहा कि कहीं किसान आंदोलन भी तब्लीगी जमात जैसा न बन जाए, क्योंकि कोरोना फैलने का डर तो किसान आंदोलन वाली जगह पर भी है।
 
दिल्ली बॉर्डर पर केंद्र के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ 40 दिनों से समय से जारी किसान आंदोलन को लेकर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने चिंता जाहिर की। अदालत ने सरकार से सवाल पूछा कि क्‍या आंदोलन में किसान कोरोना संक्रमण के प्रसार के खिलाफ एहतियाती कदम उठा रहे हैं।
 
शीर्ष अदालत ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि आपको बताना होगा कि क्या चल रहा है? हमें नहीं पता कि किसान कोरोना से सुरक्षित हैं या नहीं। हम चाहते हैं कि संक्रमण नहीं फैले। आप तय कीजिए कि गाइडलाइंस फॉलो की जाएं।
 
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके की एक मस्जिद में तब्लीगी जमात का आयोजन हुआ था। 13 मार्च से 24 मार्च के बीच हुए इस आयोजन में 16,500 लोग शामिल हुए थे। इनमें से बहुत से लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

दुनिया के देशों में परमाणु हथियारों की होड़, ट्रंप ने कहा- फिर शुरू करेंगे परीक्षण, क्या पाकिस्तान बना रहा है टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन्स

e-Aadhaar App : आधार में एड्रेस, जन्म तारीख या मोबाइल नंबर में करेक्शन को कैसे बना देगा आसान, समझिए

राजस्थान में दूसरा बड़ा हादसा, बेकाबू डंपर ने कई गाड़ियों को रौंदा, 14 लोगों की मौत, 40 घायल

तेलंगाना बस-ट्रक हादसा, जो बच गए उन मुसाफिरों ने बताई मौत की खौफनाक दास्‍तां, सुनकर फट जाएगा कलेजा

क्या यूक्रेन को मिलेगी अमेरिका से टॉमहॉक मिसाइल? क्या है राष्ट्रपति ट्रंप का रुख

सभी देखें

नवीनतम

इंडी गठबंधन के पप्पू, टप्पू और अप्पू को नहीं दिख रहा विकास

कैसे एक मैसेज खा गया 14 हजार कर्मचारियों की नौकरी, अमेजन ने की बड़ी छंटनी, क्‍या है लेऑफ का ये नया ट्रेंड?

माटीकला मेलों में बिक्री का बना रिकॉर्ड, 4.20 करोड़ का आंकड़ा पार

दुनिया के देशों में परमाणु हथियारों की होड़, ट्रंप ने कहा- फिर शुरू करेंगे परीक्षण, क्या पाकिस्तान बना रहा है टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन्स

चीन में क्‍यों हो रही युवा वैज्ञानिकों की मौतें, आखिर 76 शोधकर्ताओं के साथ क्‍या हुआ?

अगला लेख