फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण में कैलिनिनग्रैड स्टेडियम में स्पेन और मोरक्को के बीच खेला गया मुकाबला नाटकिय अंदाज में 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुआ। सितारों से सजी स्पेनिश टीम इस ड्रॉ के साथ अंतिम-16 में जगह बनाने में सफल रही। स्पेन ने ग्रुप स्तर के तीन मैचों में दो ड्रॉ और एक जीत के साथ पांच अंक हासिल किए और अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। मोरक्को इस ग्रुप में दो हार और एक ड्रॉ के साथ अंतिम पायदान पर रहा।
ग्रुप-बी के इस आखिरी मुकाबले में एस्पेस के अलावा इस्को (19वें मिनट) ने स्पेन के लिए गोल किया, जबकि खालिद बोटाइब (14वें मिनट) और यूसुफ एन नेसिरी (81वें मिनट) मोरक्को के लिए गोल करने में सफल रहे। हालांकि इस मैच में स्पेनिश टीम की अगुआई आंद्रे इनेस्ता की जगह सर्जियो रामोस ने की। पहले हाफ तक दोनों टीमों के खिलाडिय़ों के बीच गर्मा-गर्मी देखने को मिली, जिसमें मोरक्को के कप्तान मबार्क बुशूफा अपनी टीम के खिलाड़ी को यलो कार्ड मिलने पर रेफरी से बहस करते रहे।
अगले दौर में जाने के लिए स्पेन के लिए यह मैच काफी अहम था। उसे नॉकआउट के लिए इस मैच को जीतने या ड्रॉ कराने की जरूरत थी। उसने मैच का अहमियता को देखते हुए लुकास वास्क्वेज के स्थान पर थियागो अल्सांट्रा को अंतिम-11 में उतारा था। मोरक्को ने हालांकि शुरूआत में स्पेन को बांधे रखा और उसे मौके नहीं बनाने दिए।
14वें मिनट में खालिद बाउदिब ने मोरक्को के लिए गोल कर स्पेन की परेशानियों को और बढ़ा दिया। बाउदिब ने स्पेन के कप्तान सार्जियो रामोस से मध्य से गेंद ली और अकेले गोल की तरफ दौड़ते हुए स्पेन के गोलकीपर डेविड डी गिया की टांगों के बीच से गेंद को नेट में डाल मोरक्को को बढ़त दिला दी। 19वें मिनट में बॉक्स के अंदर आंद्रे इनिएस्ता ने इस्को को गेंद दी जिन्होंने मोरक्को के गोलकीपर को छकाते हुए स्पेन को 1-1 की बराबरी पर ला दिया।
दूसरे हाफ की शुरुआत में मोरक्को के नोर्दिन अम्राबत ने डी के बाहर से तेजी से भरा एक शॉट स्पेनिश टीम के गोल पोस्ट की ओर मारा लेकिन उनका शॉट दायें बार से लगकर वापस आ गया। इसके बाद 63वें मिनट में कॉर्नर से गेराड पिक को गेंद मिली और उन्होंने हेडर मारा लेकिन गेंद गोल पोस्ट से थोड़ी सी दायें ओर से निकल गई लेकिन 81वें मिनट में मोरक्को को कॉर्नर मिला और फेकर फज्र ने कॉर्नर किक मारी और वहां मुस्तैद खड़े यूसुफ एन नेसिरी सभी खिलाडिय़ों में सबसे ज्यादा उछलकर शानदार हेडर मारा और टीम को अहम समय पर 2-1 से आगे कर दिया।
मोरक्को को लगा की वो जीत जाएगी, लेकिन स्पेन की किस्मत में ड्रॉ था। दानी कार्वाजल के क्रॉस पर उनके शानदार डिफ्लेक्शन से हुए गोल को पहले ऑफसाइड करार दे दिया गया लेकिन विडियो रेफरल के बाद रेफरी ने अपने फैसले को बदला और स्पेन यह मुकाबला ड्रॉ कराने में कामयाब हुई।