FIFA WC 2018 : मैक्सिको की नजरें '5वें' मैच का मिथक तोड़ने पर

Webdunia
रविवार, 1 जुलाई 2018 (13:05 IST)
सेंट पीटर्सबर्ग। मैक्सिको की टीम विश्व कप प्री क्वार्टर फाइनल में सोमवार को यहां जब ब्राजील के खिलाफ उतरेगी तो इतिहास उसके पक्ष में नहीं होगा लेकिन टीम मौजूदा टूर्नामेंट में दिखा चुकी है कि वह बड़ी टीमों को हैरान करने में सक्षम है।
 
 
मैक्सिको ने लगातार 7वीं बार विश्व कप प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है लेकिन टीम पिछले 6 मौकों पर अंतिम 16 की बाधा को पार करने में विफल रही जिससे '5वें मैच' में खेलना उसका बड़ा लक्ष्य बन गया है।
 
मैक्सिको के कप्तान आंद्रेस गुआर्डेडो ने कहा कि 5वें मैच में जगह बनाने के साथ इतिहास रचने से बड़ी कोई याद नहीं है। मानसिक रूप से हम अलग खिलाड़ी हैं लेकिन हम सभी को पता है कि हमें इस कसौटी पर परखा जाएगा कि हम आगे बढ़े या नहीं?
 
मैक्सिको ने अंतिम 16 में कई करीबी मुकाबले गंवाए हैं। टीम 1994 में बुल्गारिया के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में हारी। टीम ने 1998 और 2006 में क्रमश: जर्मनी और अर्जेंटीना के खिलाफ बढ़त बनाने के बाद मैच गंवाया। 4 साल पहले अंतिम लम्हों में टीम ने 2 गोल खाने के साथ मैच गंवा दिया। इस दौरान आर्एन रोबेन ने विवादास्पद पेनल्टी को गोल में बदलकर नीदरलैंड्स को अंतिम 8 में जगह दिलाई।
 
वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) इस तरह की घटना को दोहराने से रोकने के लिए मौजूद है लेकिन गुआर्डेडो ने इटली के रैफरी जियानलुका रोची को चेताया है कि वह दुनिया के सबसे महंगे खिलाड़ी नेमार के झांसे में नहीं आएं। गुआर्डेडो ने कहा कि नेमार को फाउल को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने और मैदान पर बार-बार गिरने के लिए जाना जाता है। दूसरी तरफ ब्राजील की टीम ने धीमी शुरुआत के बाद लय हासिल की है और मैक्सिको के लिए उसकी चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा।
 
कोलंबियाई कोच युआन कार्लोस ओसोरिया के मार्गदर्शन में हालांकि मैक्सिको की टीम निडर खेल दिखा रही है और डरने की जगह विरोधी टीमों पर हावी होकर खेलने की कोशिश कर रही है। टीम ने अपने पहले ही मैच में विश्व चैंपियन जर्मनी को हराया, जो इस हार से नहीं उबर पाई और 80 साल में पहली बार विश्व कप के पहले दौर से बाहर हो गई। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख