दद्दू का दरबार : तरह-तरह के भगवान

एमके सांघी
प्रश्न- दद्दू जी, खबर है कि अब राहुल बाबा दिल्ली के फर्नीचर मार्केट के कारीगरों के बीच गए हैं। उनके लिए तंज किया जा रहा है कि अयोध्या जाकर राम मंदिर की ईंट उठाते तो अधिक भला होता। क्या कहेंगे आप? 
 
उत्तर- देखिए पहली बात तो इस बात के लिए उनकी तारीफ की जानी चाहिए कि वे लगातार ऐसा कुछ तो कर रहे हैं ताकि खबरों में बने रहें। दूसरा आज के जमाने की राजनीति में भगवान वही है जो वोट दिला सके। तो वे कुली भगवान, कभी ऑटो रिक्शा वाले भगवान, कभी खेत वाले किसान भगवान, तो कभी फर्नीचर वाले मिस्त्री भगवान के दर पर माथा टेक रहे हैं। वे कभी यूनिवर्सिटी वाले छात्र भगवान, तो कभी विदेशी मीडिया वाले भगवान के दरबार में भी हाजिरी भरते रहते हैं। क्या पता किस भगवान के आशीर्वाद से नैया पार लग जाए। उन्हें हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
 

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