लाल किले से मोदी का भाषण

एमके सांघी

Webdunia
प्रश्न :

दद्दू ज ी, गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ के अम्बिकापुर में दो करोड़ की अनुमानित लागत वाले लाल किले जैसे मंच से जनता को संबोधित करेंगे। आपकी नजर में क्या यह उचित कदम है।

उत्तर :

देखिए, यह तो जनता का ध्यान आकर्षित करने तथा मीडिया की सुर्खियों में बने रहने की कवायद लगती है। हालांकि यही काम अत्यंत कम खर्च में तथा अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकता था यदि मोदी जी गरीबों की रोजी रोटी का सहारा एक 'ठेला' लेते और अपनी हर सभा में उसी पर खड़े होकर जनता को संबोधित करने की घोषणा करते।

इससे पूरे देश में उनकी जबर्दस्त वाहवाही भी हो जाती और पार्टी पर धन के दुरूपयोग का आरोप भी नहीं लगता। श्रम के एक महत्वपूर्ण जरिये को सलामी भी हो जाती। दद्दू की नज़र में ठेले से अच्छा, सस्ता और तैयार मंच कहीं नहीं मिल सकता।
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