05 सितंबर 2025, शुक्रवार: गणपति पूजन के मुहूर्त
1. दिन में 11:54 से 12:45 बजे के बीच।
2. शाम को 6:38 से रात 7:46 के बीच।
आज के खास मंत्र- एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्
- ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः
दसवां दिन- पंचामृत और पूड़ी-भाजी
1. पंचामृत
पंचामृत का अर्थ है 'पांच अमृत'। इसे पांच पवित्र वस्तुओं को मिलाकर बनाया जाता है और यह हर पूजा में अनिवार्य रूप से शामिल होता है।
सामग्री:
दूध: 1/2 कप
दही: 1/2 कप
शहद: 1 चम्मच
घी: 1 चम्मच
गंगाजल: 1 चम्मच या शुद्ध जल
अन्य सामग्री (इच्छानुसार): मखाने, सूखे मेवे
बनाने की विधि:
सबसे पहले एक साफ बर्तन में दही और दूध को अच्छी तरह मिलाएं, ताकि कोई गांठ न रहे।
अब इसमें शहद, घी और गंगाजल (या पानी) मिलाएं।
सभी सामग्री को अच्छी तरह से मिलाकर एकसार कर लें।
अंत में, सूखे मेवे डालकर इसे भगवान को भोग लगाने के लिए तैयार करें।
2. पूड़ी-भाजी
पूड़ी-भाजी एक क्लासिक भारतीय व्यंजन है, जो नाश्ते या भोजन के रूप में बेहद पसंद किया जाता है।
पूड़ी बनाने की विधि
सामग्री:
गेहूं का आटा: 2 कप
नमक: 1/2 चम्मच
तेल या घी: 1 चम्मच
पानी: आटा गूंथने के लिए
तेल: तलने के लिए
बनाने की विधि:
एक बड़े बर्तन में आटा और नमक मिलाएं। इसमें 1 चम्मच तेल डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए एक सख्त और चिकना आटा गूंथ लें। आटे को 15-20 मिनट के लिए ढककर रख दें।
अब आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाएं और उन्हें गोल पूड़ी के आकार में बेल लें।
कढ़ाई में तेल गरम करें। जब तेल अच्छी तरह गरम हो जाए, तो एक-एक करके पूड़ी तलें। पूड़ी को दोनों तरफ से सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें।
आलू की भाजी बनाने की विधि
सामग्री:
उबले आलू: 3-4 (कटे हुए)
टमाटर: 2 (कटा हुआ)
हरी मिर्च: 1-2 (बारीक कटी हुई)
अदरक-लहसुन का पेस्ट: 1 चम्मच
जीरा: 1/2 चम्मच
हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच
धनिया पाउडर: 1 चम्मच
गरम मसाला: 1/2 चम्मच
तेल: 2 बड़े चम्मच
नमक: स्वादानुसार
हरा धनिया: सजाने के लिए
बनाने की विधि:
एक कढ़ाई में तेल गरम करें। इसमें जीरा और हरी मिर्च डालें।
जीरा चटकने पर अदरक-लहसुन का पेस्ट डालकर भूनें। अब कटे हुए टमाटर डालकर नरम होने तक पकाएं।
हल्दी, धनिया और गरम मसाला पाउडर डालकर मिलाएं। मसाले को अच्छी तरह भूनें।
अब कटे हुए उबले आलू और नमक डालकर मिलाएं।
जरूरत के अनुसार पानी डालकर 5-7 मिनट तक उबालें।
गैस बंद कर दें और ऊपर से हरा धनिया डालकर सजाएं।
गरमा-गरम पूड़ी को स्वादिष्ट आलू की भाजी को पूरी के साथ भगवान को भोग लगाएं।
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