श्री गणेश अथर्वशीर्ष का अनुष्ठान किया जाता है। संभव हो सके तो नित्य 1-11-21 पाठ करें।
बुधवार तथा चतुर्थी के दिन निश्चित ही करें। पार्थिव गणेश सभी धातुओं और अन्य सामग्री से अधिक पवित्र माने गए हैं। इनके पूजन से हर प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती है।
पार्थिव गणेश के लिए मिट्टी का पूर्णत: शुद्ध होना अति आवश्यक है। पार्थिव गणेश के पूजन से स्वयं गणेश प्रसन्न होते ही हैं बल्कि शास्त्रों में वर्णित है कि पूरा शिव परिवार इस पूजन से संतुष्ट होता है।