ganesh chaturthi 2021 : 10 दिन तक श्री गणेश को कौन से प्रसाद चढ़ाएं

अनिरुद्ध जोशी
गणेश चतुर्थी के दिन गणेशोत्सव में भगवान गणेशजी की 10 दिन के लिए स्थापना करके उनकी पूजा अर्चना की जाती है। कुछ राज्यों में यह गणेश उत्सव तीन दिन तक ही चलता और बाद में विसर्जन किया जाता है। 10 दिन अर्थात अनंत चतुर्दशी तक चलने वाले इस उत्सव में कुछ क्षेत्रों में अंतिम झांकियां निकाली जाती हैं। 10 दिन गणेशोत्सव में गणपति जी को 10 दिन तक भिन्न-भिन्न प्रकार का भोग लगाया या प्रसाद चढ़ाया जा सकता है।

श्री गणेश को चढ़ाएं यह प्रसाद- 
 
1.मोदक के लड्डू : गणेशजी को मोदक के लड्डू बड़े प्रिय हैं। मोदक भी कई तरह के बनते हैं। महाराष्ट्र में खासतौर पर गणेश पूजा के अवसर पर घर-घर में तरह-तरह के मोदक बनाए जाते हैं।
 
2. मोतीचूर के लड्डू : गणेशजी को मोदक के बाद नैवेद्य के रूप में मोतीचूर के लड्डू का भी भोग लगता है। इन्हें ही बूंदी के लड्डू भी कहते हैं। इसके अलावा उन्हें शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू भी पसंद हैं। तील और सूजी के लड्डू भी उनको अर्पित किए जाते हैं।
 
3. नारियल चावल : यह दक्षिण भारत में बनाया जाता है। नारियल के दूध या पानी में चावल को भिगोगर या नारियल के गुदे को चावल में मिलाकर पकाने से बनना है।
 
4. साटोरी या पूरन पोली : यह खोआ या मावा, घी, बेसन और दूध से बना एक महाराष्ट्रीय व्यंजन है। यह रोटी की तरह गोल होता है। पूरन पोली में चले की दाल में गुड़ मिलाकर उसे मिसकर उसे रोटी में भरा जाता है। जैसे आलू का पराठा बनता है उसी तरह से यह पूरन पोली बनाई जाती है।
 
5. श्रीखंड : केसर मिला पीला श्रीखंड का भोग भी उन्हें लगाया जाता है। दही से बने इस मिष्ठान में किशमिश और चारोली मिलाकर इसके भोग लगाएं। श्रीखंड के अलावा आप पंचामृत या पंजरी का भी भोग लगा सकते हैं।
 
6. केले का शीरा : मैश किए हुए केले, सूजी और चीनी से बना शीरा सूजी के हलवे की तरह होता है। यह भी गणेशजी का प्रिय भोजन माना जाता है। उन्हें केले का प्रसाद भी अति प्रिय है। केले का ये प्रसाद हाथी को भी खिलाना चाहिए।
 
7. रवा पोंगल : इसे रवा अर्थात सूजी और मूंग के साथ घी डालकर बनाया जाता है। इसमें किशमिश काजू और बादाम डाला जाता है। इसे मूंग का हलवा ही मानें। इसके अलावा आपन चाहें तो सूजी के हलवे का भोग भी लगा सकते हैं।
 
8. पयसम : यह भी एक पारंपारिक दक्षिण भारतीय खीर है। इसे दूध और चीनी या गुड़ के साथ बनाया जाता है और फिर इसमें चावल या सेंवई मिलाई जाती है। अंतिम रूप से इलायची पाउडर, घी और अन्य ड्राई फ्रूट्स को इसमें परम स्वाद और गार्निशिंग के लिए डाला जाता है। आप चाहें तो राईस या साबूदाने की खीर भी बना सकते हैं।
 
9. शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं : उन्हें शुद्ध घी में देशी गुड़ मिलाकर उसका भी भोग लगते हैं। इसके अलावा आप चाहें तो भगवान गणेश को चतुर्थी के दिन आप छुआरे, परमल, नारियल और मिश्री का भोग भी लगा सकते हैं।
 
10. शमी के पत्ते और दुर्वा : गणेश जी को भोग के साथ शभी के पत्ते और दुर्वा भी चढ़ाई जाती है। उन्हें 21 गुड़ की ढेली के साथ दूर्वा चढ़ाने से सभी तरह की मनोकामना पूर्ण होती है। शमी भी गणेशजी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्धि होती है। अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं, तो आप गणेश चतुर्थी के दिन हाथी को हरा चारा खिलाएं।

ALSO READ: श्रीगणेश उत्सव 2021 : बस एक धागा रख दें बप्पा के चरणों में, चमत्कार देखें 10 दिनों में

ALSO READ: श्रीगणेश चतुर्थी 2021 : राशि अनुसार यह मंत्र है शुभ आपके लिए...

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

बसंत पंचमी पर माता सरस्वती के अलावा किसकी होती है पूजा? वैवाहिक जीवन में मिलता है लाभ

राजनीति में आसान नहीं है राहुल गांधी की राह, जानिए क्या कहते हैं सितारे?

Magh mah gupt navratri 2025: माघ माह की गुप्त नवरात्रि में करें 5 अचूक उपाय, जीवन के हर संकट हो जाएंगे दूर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शपथ ग्रहण कुंडली से जानें उनकी सरकार का भविष्य, चलेगी या जाएगी

माघ गुप्त नवरात्रि पर जानें महत्व, विधि और 10 खास बातें

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: किन राशियों के लिए प्रसन्नताभरा रहेगा दिन, पढ़ें 03 फरवरी 2025 का दैनिक राशिफल

03 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

03 फरवरी 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Weekly Horoscope: 03 से 09 फरवरी में किन राशियों का होगा भाग्योदय, पढ़ें पहले सप्ताह का साप्ताहिक राशिफल

Weekly Panchang 2025: नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानें साप्ताहिक कैलेंडर (03 से 09 फरवरी)

अगला लेख