Hanuman Chalisa

पाताल लोक में है भद्रा, क्या गणेश स्थापना में है बाधा ?

Webdunia
25 अगस्त को आ रही श्री गणेश चतुर्थी पर भद्रा का योग है। भक्तों में असमंजस की स्थिति है कि आखिर प्रतिमा की स्थापना किस मुहूर्त में की जाए।
 
चूंकि भगवान गणेश प्रथम पूज्य देव हैं, इसलिए चतुर्थी के दिन किसी भी समय प्रतिमा की स्थापना की जा सकती है। इसके बावजूद जो लोग मुहूर्त को खास महत्व देते हैं, वे लोग भी भद्रा की चिंता न करें, क्योंकि भद्रा का वास पाताल लोक में है और जब भद्रा, पाताल लोक में हो तो शुभ कार्य करने में किसी तरह का व्यवधान नहीं होता। 

ALSO READ: क्या मार्गी शनि में गणेश स्थापना शुभ है?
 
भगवान गणेश का जन्म मध्या- काल में हुआ, इसलिए गणेश पूजा के लिए मध्या- काल सर्वश्रेष्ठ है। पंचांग के आधार पर सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य के समय को पांच बराबर भागों में विभाजित किया जाता है।
 
इन पांच भागों को क्रमश: प्रात:काल, सङ्गव, मध्या-, अपरा- और सायंकाल के नाम से जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, गणेश स्थापना और गणेश पूजा, मध्या- के दौरान की जानी चाहिए। 

ALSO READ: क्या अर्थ है श्री गणेश के नाम का.. जानिए
 
कृष्ण पर लगा था स्यमंतक मणि चोरी करने का आरोप 
 
शास्त्रीय मान्यता के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्रमा का दर्शन नहीं करना चाहिए।
 
इस दिन चन्द्रमा का दर्शन करने से मिथ्या दोष अथवा मिथ्या कलंक लगता है। पौराणिक गाथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण पर स्यमंतक नाम की कीमती मणि चोरी करने का झूठा आरोप लगा था। नारद ऋषि ने उन्हें बताया था कि भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन चन्द्रमा देखने की वजह से मिथ्या दोष भुगतना पड़ा है।

ALSO READ: क्या आप जानते हैं गणेश महोत्सव का इतिहास
 
यह भी बताया था कि भगवान गणेश ने चन्द्रदेव को श्राप दिया था कि जो भी भाद्रपद चतुर्थी के दिन चन्द्र दर्शन करेगा उसे मिथ्या दोष लगेगा और समाज में चोरी के झूठे आरोप से कलंकित हो जाएगा। नारद की सलाह पर भगवान कृष्ण ने मिथ्या दोष से मुक्ति के लिए गणेश चतुर्थी का व्रत किया था।

ALSO READ: श्री गणेश को दूर्वा चढ़ाने के पवित्र नियम
 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Mangal gochar 2025: धनतेरस के बाद मंगल का वृश्चिक राशि में प्रवेश, 27 अक्टूबर से इन 4 राशियों का 'गोल्डन टाइम' शुरू

Shukra Gochar: शुक्र का कन्या राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

Tula sankranti 2025: तुला संक्रांति कब है क्या है इसका महत्व?

Diwali pushya nakshatra 2025: दिवाली के पहले पुष्य नक्षत्र कब है, 14 या 15 अक्टूबर 2025?

Govatsa Dwadashi 2025: गोवत्स द्वादशी कब है? जानें व्रत के नियम, मुहूर्त, पूजा विधि और पौराणिक कथा

सभी देखें

धर्म संसार

Diwali 2025: दिवाली की रात क्या नहीं करना चाहिए और क्या करें, पढ़ें 18 काम की बातें

Karva chauth 2025: करवा चौथ पर इंदौर में कब निकलेगा चांद?

Dhanteras 2025: धनतेरस पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए जरूर खरीदें ये 8 चीजें, घर आएगी सुख और समृद्धि

Dhanteras 2025: धन तेरस के दिन करें अकाल मृत्यु से बचने के लिए 5 अचूक उपाय

Ahoi ashtami Katha: अहोई अष्टमी व्रत की पौराणिक कथा

अगला लेख