'ऑनलाइन' गणेश पूजन करें

Webdunia
ND

भाद्रपद शुक्ल की चतुर्थी ही गणेश चतुर्थी कहलाती है। श्री गणेशजी विघ्न विनाशक हैं। इन्हें देवसमाज में सर्वोच्च स्थान प्राप्त है।

भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्न के समय गणेशजी का जन्म हुआ था। श्री गणेशजी बुद्धि के देवता हैं। गणेशजी का वाहन चूहा है। ऋद्धि तथा सिद्धि इनकी दो पत्नियां हैं। इनका सर्वप्रिय भोग मोदक (लड्डू) है।

गणेश चतुर्थी के पावन पर्व पर आप कर सकतें है ऑनलाइन 'गणेश पूजन।' भगवान गणपति की आरती करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें।

ऐसे करें गणेश पूजन :

आरती करने हेतु निम्न निर्देशों का पालन करें -
* पुष्प अर्पण करने हेतु 'पुष्प' पर क्लिक करें।
* फलों का प्रसाद अर्पण करने हेतु थाली में रखे फलों पर क्लिक करें।
* मिष्ठान का प्रसाद अर्पण करने हेतु थाली में रखे मिष्ठान पर क्लिक करें।
* घंटी बजाने के लिए 'घंटी' पर क्लिक करें।
* दीपक से आरती करने के लिए 'दीपक' पर क्लिक करें।
* आरती करने के लिए 'प्ले आरती' पर क्लिक करें।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

प्रयाग कुंभ मेले में जा रहे हैं तो ये 12 कार्य करें और 12 कार्य नहीं

महाकुंभ में नहीं जा पा रहे तो इस विधि से घर बैठे पाएं संगम स्नान का पुण्य लाभ

Saptahik Panchang: साप्ताहिक पंचांग 13 से 19 जनवरी 2025, पढ़ें सप्ताह के मंगलमयी मुहूर्त

Weekly Horoscope: साप्ताहिक राशिफल 2025, जानें इस सप्ताह किसके चमकेंगे सितारे (13 से 19 जनवरी)

Mahakumbh 2025: प्रयागराज कुंभ मेले में जा रहे हैं तो इन 12 नियमों और 12 सावधानियों को करें फॉलो

सभी देखें

धर्म संसार

Astro Tips For Exams: परीक्षा में चाहते हैं सफलता, तो आजमाएं ये 5 ज्योतिषीय उपाय

Sakat Chauth Vrat 2025: सकट चौथ व्रत क्यों और कैसे रखा जाता है, जानें महत्व, मुहूर्त और विधान

महाकुंभ 2025 में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा क्यों है इतना भव्य? जानिए कैसे हुई स्थापना

महाकुंभ पर गूगल का एनिमेशन, सर्च स्क्रीन पर पंखुड़ियों की वर्षा

तमिलनाडु में प्रसिद्ध है बैल से संबंधित जल्लीकट्टू खेल, जानें इतिहास, परंपरा और विवाद