मैं राज्यसभा में, बेटा विधायक : नोएडा से कांग्रेस का टिकट मिलने के बावजूद बीच चुनाव में भाजपा प्रवेश कर जाने वाले रमेशचंद्र तोमर की पटकथा अमित शाह ने लिखी है। तोमर चाहते थे कि उन्हें गाजियाबाद से ही कांग्रेस टिकट दे। मगर कांग्रेस ने गाजियाबाद से राज बब्बर को टिकट दे दिया। इसी से वे निराश थे। बताते हैं कि सौदा राज्यसभा भेजे जाने पर हुआ है। साथ ही तोमर बेटे के लिए विधायक का टिकिट चाह रहे हैं, जिसका आश्वासन अमित शाह ने दिया है।
तोमर प्रोफेसर हैं और राजनीति करते हैं। बिना पढ़ाए वेतन लेने की बात वो मीडिया के आगे कबूल कर चुके हैं। पेट्रोल पंप घोटालों में भी उनका नाम लगातार आया है। पिछली बार वे कांग्रेस में गए ही इसलिए कि भाजपा ने उनका टिकट काट कर राजनाथ को दिया था। इस बार राजबब्बर को कांग्रेस टिकट दिए जाने से वे फिर भाजपा में हैं।
ऐसे अवसरवादी और भ्रष्ठ आदमी का मोदी मंच पर सम्मान करते हैं और यह भी कहते हैं कि भ्रष्ठाचार से केवल हम लड़ सकते हैं। जनता में चर्चा है कि सारे भ्रष्टों को इकट्ठा करके भाजपा भ्रष्टाचार से कैसे लड़ेगी। जहां तक तोमर का सवाल है वे बड़बोले भी हैं। उन्होंने कहा था कि मैं राजनाथ से बड़ा नेता हूं। राजपूत समाज में जैसी मेरी पैठ है, वैसी राजनाथ की भी नहीं है। मजे की बात यह है कि गुरुवार को भाजपा में शामिल होने वाले तोमर बुधवार रात तक मीडिया से यही कहते रहे कि मैं भाजपा में जाने की सोच भी नहीं सकता और ये सारी खबरें अफवाह हैं।