मेरठ में घुसते ही भाजपा के झंडे दिखना शुरू हो जाते हैं। दूसरे नंबर पर सपा के झंडे और होर्डिंग नज़र आते हैं। सपा उम्मीदवार हैं शाहिद मंजूर। बसपा उम्मीदवार हैं हाजी शाहिद अखलाक। आम आदमी पार्टी किसी दौड़ में तो यहां नहीं है, मगर मेहनत कर रही है। उम्मीदवार हैं मेजर डॉ हिमांशु।
नग़मा इस चुनाव में बिल्कुल पैसा खर्च नहीं कर रहीं। अपनेराम को मेरठ में घूमते दोपहर से शाम हो गई है, मगर कांग्रेस का एक भी झंडा, एक भी बैनर, एक भी पोस्टर कहीं नज़र नहीं आया, चुनाव दफ्तर को छोड़कर। चुनाव दफ़्तर उनका पॉश एरिया साकेत में है। पूर्व विधायक हरेंद्र अग्रवाल ने अपना बड़ा सा मकान चुनाव दफ्तर में बदल दिया है।
नग़मा को स्थानीय मीडिया ऐसे ही खूब कवरेज दे रहा है और शायद नग़मा समझ रही हैं कि इतना ही काफी है। 28 मार्च तक नग़मा ने अपना जो चुनावी खर्च आयोग को बताया है, वो केवल पौने दो लाख है। सपा उम्मीदवार शाहिद मंजूर उनके मुकाबले साढ़े चौदह लाख का खर्च दिखा चुके हैं।
भाजपा उम्मीदवार के लिए भी कम नहीं हैं मुश्किलें... पढ़ें अगले पेज पर...