नेल्सन मंडेला जिनके विचारों की तुलना, जिनके जीवन की तुलना, जिनके व्यक्तित्व की तुलना भारत के महात्मा गांधी से की जाती हैं। उनका जन्म 18 जुलाई 1918 को दक्षिण अफ्रीका के म्वेजो में हुआ था। नेल्सन मंडेला ने बचपन से ही अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया। उनके संघर्ष की कहानी को हर साल 18 जुलाई को याद किया जाता है। राष्ट्रपति बनने से पहले वह 27 साल तक जेल में रहे। इसके बाद 10 मई 1994 से 14 जून 1999 तक दक्षिण अफ्रिेका के राष्ट्रपति रहे। गौरतलब है कि नेल्सन मंडेल ने काले - गोरे के भेदभाव को खत्म करने के लिए अथक प्रयास किया था, कई सारी नीतियां भी बनाई थी।
नवंबर 2009 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 18 जुलाई को ''अंतराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला डे'' घोषित किया। 18 मार्च 2010 को पहली बार यह दिवस मनाया गया। अंतराष्ट्रीय नेल्सन मंडेला दिवस पर पढि़ए उनके अनमोल विचार -
- मेरे देश में लोग जेल जाते हैं और फिर राष्ट्रपति बन जाते हैं।
- शिक्षा सबसे सशक्त हथियार है जिससे दुनिया को बदला जा सकता है।
- मैं जातिवाद से नफरत करता हूँ,किसी भी देश के विकास में यह सबसे बड़ी बाधा है।
- एक अच्छा दिमाग और एक अच्छा दिल हमेशा से विजयी जोड़ी रहे हैं।
- मैं एक मसीहा नहीं था, बल्कि एक साधारण व्यक्ति था, जो असाधारण परिस्थितियों के कारण एक नेता बन गया।
- कठिनाइयाँ कुछ लोगों को तोड़ती हैं, लेकिन कुछ लोगों को बनाती हैं।
-मनुष्य की अच्छाई उस लौ के समान है जिसे छुपाया तो जा सकता है, लेकिन कभी बुझाया नहीं जा सकता।
-हमें समय का सदुपयोग करना चाहिए और हमेशा यह याद रखना चाहिए कि सही करने के लिए समय हमेशा परिपक्व होता है।
-जब लोग ठान लेते हैं, तो वे कुछ भी कर सकते हैं।
-मैं कभी असफल नहीं होता,मैं या तो जीतता हूं या फिर सीखता हूं।
- जब तक काम खत्म ना हो जाये उसे करना असंभव लगता है।
- शत्रु के साथ अगर आपको शांति चाहिए, तो आपको अपने शत्रु के साथ काम करना होगा। फिर वह आपका साथी बन जाएगा।
- जेल सिर्फ आपसे आपकी आजादी ही नहीं छीनती बल्कि आपनी पहचान भी छीन लेती है।
- मुझे सफलताओं से मत आंकिए। बल्कि जितनी बार गिरा हूं और गिरकर उठा हूं उस बल पर आंकिए।
-ऐसे बच्चे जो सड़क पर सोते हैं और जिंदगी जीने के लिए भीख मांगते है। वे कभी न खत्म होने वाले जॉब के गवाह है।