दूध को बार-बार उबालते हैं, तो अब भी वक्त है संभल जाएं ...

Webdunia
अब तक आपने यह सुना होगा कि दूध को अच्छी तरह उबालकर ही पीना चाहिए, ताकि उसमें मौजूद सूक्ष्म जीवाणु नष्ट हो जाएं। दूध को उबालकर पीना ठीक भी है, और लगभग सभी लोग इसे उबालकर ही पीते हैं। लेकिन दूध को बार-बार उबालना जरूर हानिकारक हो सकता है। 
 
जी हां, दूध से पोषण प्राप्त करने के लिए भले ही आप दूध को उबालकर पीते हैं, लेकिन ताजा शोध में यह बात सामने आई है कि बार-बार दूध को उबालने से उसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।ऐसा करने से संभवत: आपको दूध से वे जरूरी पोषक तत्व प्राप्त न हों, जिसके लिए आप दूध का सेवन करते हैं।
 
पोषण के इस नुकसान से बचने के लिए जरूरी है, कि दूध को बार-बार न उबाला जाए। इसके साथ ही दूध को उबालत समय ध्यान रखें कि इसे दो से 3 मिनट से अधिक देर तक न उबालें। जब तक दूध आंच पर रखा हो, उसे किसी चम्मच या कलछी से हिलाते रहें।
 
इस रिसर्च के मुताबिक, 17 प्रतिशत महिलाओं को इस बात का पता नहीं होता है कि बार-बार दूध उबालने से इसके पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। वहीं 59 प्रतिशत महिलाओं को लगता है कि दूध उबालने से उसके पोषक तत्वों में वृद्धि होती है, और 24 प्रतिशत महिलाओं को लगता है कि दूध को उबालने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। 
 
तो अब से दूध को सिर्फ एक ही बार उबालें और अपने बच्चों को इसका पूरा पोषण प्राप्त करने दें। आपकी जरा सी समझदारी बच्चों के जीवनभर के लिए फायदेमंद साबित होगी और आपकी सेहत भी पहले से बेहतर होगी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

इन 6 तरह के लोगों को नहीं खाना चाहिए आम, जानिए चौंकाने वाले कारण

बहुत भाग्यशाली होते हैं इन 5 नामाक्षरों के लोग, खुशियों से भरा रहता है जीवन, चैक करिए क्या आपका नाम है शामिल

करोड़पति होते हैं इन 5 नामाक्षरों के जातक, जिंदगी में बरसता है पैसा

लाइफ, नेचर और हैप्पीनेस पर रस्किन बॉन्ड के 20 मोटिवेशनल कोट्स

ब्लड प्रेशर को नैचुरली कंट्रोल में रखने वाले ये 10 सुपरफूड्स बदल सकते हैं आपका हेल्थ गेम, जानिए कैसे

सभी देखें

नवीनतम

बीमारियों से बचना है तो बारिश में रखें ये 10 सावधानियां

मिलिंद सोमन की मां 85 साल की उम्र में कैसे रखती हैं खुद को इतना फिट, जानिए उनके फिटनेस सीक्रेट

फिर से फैल रहा है कोरोना, रखें ये 6 सावधानियां

ये हेल्दी फैट्स हार्ट को रखते हैं दुरुस्त, कोलेस्ट्रॉल भी रहता है कंट्रोल

विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की थीम और महत्व

अगला लेख