जूस नहीं, फल खाएं...मधुमेह को दूर भगाएं

Webdunia
डाइबिटीज के मरीजों के लिए जूस पीने से ज्यादा फायदेमंद है, फलों का सेवन...। एक शोध में इस बात का पता चला है कि ज्यूस पीने के बजाए साबूत फल खाने से मधुमेह से ग्रसित होने का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है। 
 
शोधकर्ताओं के अनुसार जामुन, अंगूर, सेब और नाशपाती के नियमित सेवन से मधुमेह के (टाइप टू श्रेणी) या इंसुलिन पर निर्भर न रहने वाले मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है, लेकिन इसके ठीक विपरीत अत्यधिक मात्रा में फलों का ज्यूस पीने वाले व्यक्तियों के इस रोग से ग्रस्त होने की आशंका बढ़ जाती है। 
 
ब्रिटिश, अमेरिकी और सिंगापुर के विशेषज्ञों की संयुक्त टीम ने अपनी शोध रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है। टाइप टू मधुमेह, मधुमेह का सबसे सामान्य प्रकार है। 
 
लगभग 25 साल से इस शोध मे लगे इन अनुसंधानकर्ताओं ने नर्स, पेशेवर और देखरेख करने वालों समेत लगभग 1.87.000 लोगों की स्वास्थ्य की नियमित जांच की और प्रश्नावली के जरिए इस नतीजे पर पहुंचे हैं। शोधकर्ताओं ने लोगों के खाने की आदतें, वजन, धूम्रपान की आदतें, शारीरिक गतिविधियों और जीवनशैली पर विशेष ध्यान देकर अध्ययन किया और इस नतीजे पर पहुंचे हैं। इस शोध की रिपोर्ट को ब्रिटिश मेडिकल जर्नल बीएमजे में प्रकाशित किया गया जिसमें 6.5 प्रतिशत लोग मधुमेह से प्रभावित हुए। 

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