कमजोर आंखों के लिए आज से शुरू कर दें इन योगासनों का अभ्यास

WD Feature Desk
गुरुवार, 19 जून 2025 (16:12 IST)
aankho ki roshni kaise badhaye yoga: आज की डिजिटल लाइफस्टाइल में ज्यादातर लोग घंटों तक मोबाइल, लैपटॉप और टीवी स्क्रीन पर आंखें गड़ाए रहते हैं। ऑफिस वर्क, ऑनलाइन क्लासेस, गेमिंग और ओटीटी की आदतों ने हमारी आंखों पर बहुत गहरा असर डाला है। नतीजतन, बच्चों से लेकर बड़ों तक, हर उम्र के लोग कमजोर नजर, आंखों में जलन, थकान और ड्राईनेस जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि योगासन की मदद से आप अपनी आंखों की रोशनी को फिर से बेहतर बना सकते हैं? हां, नियमित रूप से कुछ आसान लेकिन प्रभावी योगाभ्यास करने से आंखों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और नेचुरल विज़न में सुधार आता है।
 
योग क्यों है आंखों के लिए फायदेमंद?
आंखें शरीर का सबसे संवेदनशील और एक्टिव हिस्सा होती हैं। ये 24x7 काम करती हैं, लेकिन हम शायद ही इन्हें आराम देने के लिए कुछ विशेष करते हों। योग न सिर्फ शरीर और मन को रिलैक्स करता है, बल्कि आंखों की थकान को भी दूर करने में मदद करता है। योगासन से आंखों की मांसपेशियों का खिंचाव होता है, उनमें ब्लड फ्लो बेहतर होता है, जिससे आई-स्ट्रेस और आंखों की सूजन कम होती है। विशेष रूप से जब योग को प्राणायाम और मेडिटेशन के साथ किया जाता है, तो मानसिक शांति और फोकस बढ़ता है, जिससे आपकी आंखों की सेहत पर सकारात्मक असर पड़ता है।
 
1. त्राटक क्रिया
त्राटक एक ध्यान आधारित योग तकनीक है जिसमें किसी एक बिंदु या दीपक की लौ पर बिना पलक झपकाए देखा जाता है। यह आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करता है और दृष्टि को केंद्रित करता है। रोजाना सिर्फ 10 मिनट त्राटक करने से नेत्र शक्ति में आश्चर्यजनक सुधार देखा जा सकता है।
 
2. पलमिंग 
इस आसान योग क्रिया में हथेलियों को रगड़कर गर्म किया जाता है और फिर बंद आंखों पर रखा जाता है। यह तकनीक आंखों की थकान को तुरंत कम करती है और मानसिक रूप से सुकून देती है। खासतौर से स्क्रीन पर काम करने वाले लोगों को दिन में दो बार यह जरूर करना चाहिए।
 
3. नेत्र गति अभ्यास 
इस अभ्यास में आंखों को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं और गोल गोल घुमाया जाता है। इससे आंखों की फ्लेक्सिबिलिटी और ब्लड फ्लो दोनों बढ़ते हैं। साथ ही, ये एक्सरसाइज़ माइंड को शांत करती है और आंखों को बेहतर तरीके से फोकस करना सिखाती है।
 
4. डीप ब्रीदिंग 
शवासन शरीर और आंखों को पूरी तरह रिलैक्स करने वाला आसन है। जब इसे डीप ब्रीदिंग के साथ किया जाए तो यह न सिर्फ तनाव कम करता है, बल्कि आंखों के आसपास की नर्व्स को भी रिलैक्स करता है। यह आसन ऑफिस वर्क के बाद विशेष रूप से उपयोगी होता है।
 
5. भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम यानी 'भौंरे की आवाज़' वाली ब्रीदिंग तकनीक मस्तिष्क को शांति प्रदान करती है और आंखों की कार्यक्षमता बढ़ाती है। यह प्राणायाम आंखों के लिए बहुत प्रभावशाली माना गया है क्योंकि यह दिमागी तनाव, माइग्रेन और आंखों की जलन को कम करता है। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 
ALSO READ: थायराइड के लिए सबसे असरदार हैं ये 3 योगासन, जानिए कैसे करें

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

वर्ल्ड म्यूजिक डे 2025 : संगीत का साथ मेंटल हेल्थ के लिए इन 7 तरीकों से है फायदेमंद

21 जून योग दिवस 2025: सूर्य नमस्कार करने की 12 स्टेप और 12 फायदे

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: 30 की उम्र तक हर महिला को शुरू कर देना चाहिए ये 5 योग अभ्यास

21 जून: अंतरराष्ट्रीय योग एवं संगीत दिवस, जानें इसकी 3 खास बातें

क्यों पुंगनूर गाय पालना पसंद कर रहे हैं लोग? जानिए वैदिक काल की इस अद्भुत गाय की विशेषताएं

सभी देखें

नवीनतम

योग: तन, मन और आत्मा के मिलन का विज्ञान

योग दिवस पर पढ़ें 2 कुण्डलिया छंद

थायराइड के लिए सबसे असरदार हैं ये 3 योगासन, जानिए कैसे करें

हर यंगस्टर को रोज करना चाहिए ये 5 योगासन

भारत के किस राज्य में कितनी है मुसलमानों की हिस्सेदारी, जानिए सबसे ज्यादा और सबसे कम मुस्लिम आबादी वाले राज्य

अगला लेख