मानसून में डेंगू के खतरे से बचने के लिए आज ही अपना लें ये 5 आसान घरेलु उपाय

WD Feature Desk
सोमवार, 14 जुलाई 2025 (16:38 IST)
dengue se bachne ke upaay: मानसून का मौसम जहां एक ओर ठंडी हवाओं, हरियाली और राहत की बूंदों का आनंद देता है, वहीं दूसरी ओर यह कई बीमारियों को भी आमंत्रण देता है। खासकर डेंगू जैसी वायरल बीमारियां इस मौसम में सबसे ज्यादा फैलती हैं। हर साल हजारों लोग डेंगू के कारण अस्पतालों में भर्ती होते हैं, और कई मामलों में ये जानलेवा भी साबित होता है। डेंगू मच्छर के काटने से फैलता है, और मानसून में यह मच्छर बहुत तेजी से पनपता है, क्योंकि बारिश के कारण जगह-जगह पानी जमा हो जाता है। ऐसे में जरूरी है कि हम समय रहते सजग हो जाएं और अपने घर से लेकर शरीर तक पूरी सुरक्षा का घेरा बना लें।
 
डेंगू से बचने के लिए केवल दवाओं या डॉक्टर के भरोसे रहना काफी नहीं है। कुछ आसान घरेलू उपाय भी बहुत असरदार हो सकते हैं, जो न केवल मच्छरों को दूर रखते हैं, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 घरेलू उपाय, जिन्हें मानसून में अपनाकर आप डेंगू के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
 
1. नीम और तुलसी का सेवन 
नीम और तुलसी दोनों ही औषधीय गुणों से भरपूर हैं और डेंगू से लड़ने में इनका अहम योगदान है। रोज सुबह खाली पेट तुलसी के 4-5 पत्ते चबाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। वहीं, नीम की पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीना शरीर को विषाणुओं से लड़ने में सहायक होता है। इन दोनों का मिश्रण वायरल फीवर, डेंगू और मलेरिया जैसे रोगों में बहुत प्रभावी होता है। नीम मच्छरों को भी दूर रखने में सक्षम होता है, इसलिए नीम के पत्तों को जलाकर उसके धुएं को घर में फैलाने से भी मच्छर भागते हैं।
 
2. नीम और कपूर का उपाय 
डेंगू से बचाव के लिए सबसे पहले मच्छरों को घर से दूर करना जरूरी है। बाजार में मिलने वाले केमिकल बेस्ड मच्छर भगाने वाले प्रोडक्ट्स से कई बार साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ऐसे में घर पर ही एक असरदार उपाय बनाएं:
एक कटोरी में थोड़ा सा नीम का तेल लें और उसमें कपूर डालकर उसे कमरे में रखें या उसकी बत्ती जलाएं। यह उपाय मच्छरों को दूर भगाता है और किसी भी प्रकार की हानिकारक गैस नहीं छोड़ता। इससे वातावरण भी शुद्ध रहता है और नीम की खुशबू से संक्रमण भी दूर होता है।
 
3. पपीते के पत्तों का रस 
अगर किसी को डेंगू हो गया हो, तो उसके लिए पपीते के पत्तों का रस किसी औषधि से कम नहीं होता। लेकिन इससे पहले भी यदि आप इसका सेवन करते हैं, तो यह शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बनाए रखने में सहायक होता है। 2-3 पपीते के हरे पत्तों को अच्छे से धोकर उसका रस निकालें और दिन में दो बार सेवन करें। यह कड़वा जरूर होता है, लेकिन यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और डेंगू के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। अगर आप सीधे नहीं पी सकते तो इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।
 
4. घर के आसपास पानी जमा न होने दें 
डेंगू फैलाने वाला मच्छर (Aedes aegypti) साफ पानी में ही पनपता है। ऐसे में अगर आपके घर की छत, गार्डन, बाथरूम, कूलर या गमलों में पानी जमा है, तो आप मच्छरों के लिए एक परफेक्ट प्रजनन स्थल तैयार कर रहे हैं। हर 2-3 दिन में इन जगहों को साफ करना, कूलर का पानी बदलना और गमलों में गिट्टी डालना एक ज़रूरी घरेलू काम है। साथ ही, पानी की टंकियों को ढक कर रखें और नालियों को जाम न होने दें। बारिश के मौसम में यह काम आपकी आदत में होना चाहिए।
 
5. गिलोय और हल्दी वाला काढ़ा 
गिलोय को आयुर्वेद में अमृता कहा जाता है, और यह शरीर को कई तरह के संक्रमणों से लड़ने के लिए तैयार करता है। मानसून में यदि आप नियमित रूप से गिलोय और हल्दी वाला काढ़ा पीते हैं, तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत मजबूत रहती है और डेंगू जैसे वायरल इंफेक्शन का खतरा कम हो जाता है।
गिलोय की डंडी (या पाउडर) को पानी में उबालें, उसमें एक चुटकी हल्दी और तुलसी की पत्तियां डालें। इस काढ़े को छानकर दिन में एक बार सेवन करें। आप चाहें तो स्वाद के लिए थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं।
 

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