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शक्कर छोड़ने के पहले जान लें वो 8 जरूरी बातें जो आपको पहले से पता होनी चाहिए

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हमें फॉलो करें Quitting sugar benefits in hindi

WD Feature Desk

, शनिवार, 24 मई 2025 (17:21 IST)
Quitting sugar benefits in hindi: आज की भागदौड़ भरी लाइफ में हेल्थ कॉन्शस होना कोई ट्रेंड नहीं, ज़रूरत बन चुका है। खासकर जब बात आती है शुगर यानी चीनी की, तो ज्यादातर लोग इसे छोड़ने का मन तो बना लेते हैं, लेकिन सही जानकारी के बिना अक्सर बीच रास्ते में ही हार मान लेते हैं। चीनी का ज्यादा सेवन न सिर्फ वजन बढ़ाता है, बल्कि यह डायबिटीज, हार्ट डिजीज और स्किन से जुड़ी परेशानियों की जड़ भी है। अब आप सोच सकते हैं, “क्या मीठा खाना इतना बुरा है?” जवाब है, हां, अगर ये रिफाइन्ड शुगर है और आप इसे हर दिन किसी न किसी रूप में ले रहे हैं, तो यह शरीर के लिए धीमा ज़हर बन सकता है। लेकिन अगर आप इस जहर से दूरी बनाना चाहते हैं तो आपको कुछ चीज़ों को पहले ही जानना और समझना होगा, क्योंकि शुगर छोड़ना सिर्फ मीठा बंद करना नहीं है, यह एक मेंटल और फिजिकल डिटॉक्स जर्नी है। यह लेख उन्हीं 8 महत्वपूर्ण बातों पर है-
 
1. शुगर सिर्फ मिठाइयों में नहीं होती
बहुत से लोग सोचते हैं कि शुगर छोड़ने का मतलब है मिठाइयों, चॉकलेट्स और कोल्ड ड्रिंक्स से दूरी बना लेना। लेकिन सच्चाई ये है कि हिडन शुगर यानी छिपी हुई चीनी कई चीजों में होती है, जैसे ब्रेड, पास्ता सॉस, केचप, प्रोटीन बार, दही और यहां तक कि हेल्दी दिखने वाले ग्रेनोला में भी। इसलिए पैक्ड फूड की लेबलिंग पढ़ना जरूरी है।
 
2. पहले हफ्ते होंगे सबसे मुश्किल
शुगर छोड़ने के शुरुआती 5-7 दिन किसी डिटॉक्स फेज जैसे होते हैं। आपको थकान, मूड स्विंग्स, सिर दर्द और यहां तक कि क्रेविंग्स का सामना करना पड़ सकता है। ये सब नॉर्मल है क्योंकि शरीर एक केमिकल डिपेंडेंसी से निकल रहा होता है। लेकिन अगर आप इस फेज को पार कर जाएं, तो आगे रास्ता आसान हो जाता है।
 
3. शुगर छोड़ना मतलब सिर्फ वजन कम करना नहीं
अक्सर लोग सोचते हैं कि चीनी छोड़ना सिर्फ वेट लॉस के लिए होता है। हां, इससे वजन कम होता है, लेकिन इसके अलावा यह आपकी स्किन को ग्लोइंग, एनर्जी को स्टेबल, मूड को बैलेंस और नींद को बेहतर करता है। यानी फायदा सिर से लेकर पांव तक होता है।
 
4. आपका टेस्ट बदल जाएगा (और यह अच्छी बात है)
शुगर छोड़ने के बाद कुछ ही हफ्तों में आपकी टेस्ट बड्स यानी स्वाद की समझ बदल जाती है। पहले जो फल आपको कम मीठे लगते थे, वो अब आपको नेचुरल स्वीट लगने लगते हैं। यहां से ही रियल हेल्दी ईटिंग की शुरुआत होती है, जहां फ्रूट्स और नट्स आपको स्नैक्स की तरह ट्रीट लगते हैं।
 
5. क्रेविंग्स से निपटना एक आर्ट है
जब भी आपको शुगर की क्रेविंग हो, तो तुरंत उसका हेल्दी अल्टरनेटिव ढूंढें। जैसे डार्क चॉकलेट (70% से ऊपर कोको), फ्रूट्स, शहद या खजूर। ध्यान रखें कि शुगर छोड़ना मतलब मिठास से दूरी नहीं, बस प्रोसेस्ड मिठास से दूरी है।
 
6. नींद और पानी बनेंगे आपके बेस्ट फ्रेंड
शरीर को डिटॉक्स करते वक्त हाइड्रेशन और अच्छी नींद सबसे ज्यादा जरूरी हैं। कम पानी पीना और नींद पूरी ना होना क्रेविंग्स को और बढ़ाता है। इसलिए दिन भर में 8-10 ग्लास पानी और 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।
 
7. सोशल प्रेशर और ट्रिगर से निपटने की स्ट्रेटजी बनाएं
जब आप बाहर दोस्तों या फैमिली के साथ होंगे, तो कोई न कोई आपको “थोड़ा सा तो खा ले” कहेगा। इस समय आपको पहले से मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। अपना हेल्थ गोल याद रखें और खुद को इन ट्रिगर से दूर रखने के लिए “नो” कहना सीखें।
 
8. हेल्दी रिवॉर्ड सिस्टम बनाएं
अगर आप एक हफ्ते बिना शुगर के रहते हैं, तो खुद को एक नॉन-फूड रिवॉर्ड दें, जैसे मूवी नाइट, नया फिटनेस गियर या कोई हॉबी एक्टिविटी। इससे आप मोटिवेटेड रहेंगे और हेल्दी हैबिट्स एक मजेदार जर्नी बनेंगी। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 


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