Take Care In Summer Trip : यात्रा में फर्स्ट एड किट के साथ ही रखें इन खास बातों का ख्याल

Webdunia
डॉ. अनिल कुमार भदौरिया
 
समर वेकेशन चल रही है। जाहिर है कि आप अपनी फैमेली या फ्रेंड्स के साथ यात्रा पर निकलेंगे। बाहर निकलने से पहले सभी सदस्यों का हेल्थ चैकअप जरूर करा लें। युवाओं में खानपान की लापरवाही के साथ बाहर घूमने की मौज शुरू हो जाती है। इससे पेट रोगों तथा वायरल फीवर वगैरह से ग्रस्त हो सकते हैं। यात्रा का तनाव घर के मुखिया का ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। इसलिए ताकीद कर लें कि यात्रा शुरू करने से पहले सभी सदस्यों की आवश्यक दवाओं का अच्छा खासा स्टॉक आपके पास मौजूद रहे। जरूरत समझें तो यात्रा का मेडिकल इंश्योरेंस भी करा सकते हैं।
 
यात्रा पर जाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप या आपके परिवार के किसी सदस्य का लंबा इलाज चल रहा हो तो वह अपने अंतिम दौर में हो। उदाहरण के दौर पर आपके किसी बच्चे के दाँत में कोचर की फिलिंग हो रही हो या रूट कैनालिंग की जा रही हो तो वह पूरी हो जाए। इसी तरह दूसरी बीमारियों के बारे में सुनिश्चित हो लें।
 
इसकी वजह यह है कि दांत का दर्द किसी को भी कहीं भी उठ सकता है। ट्रिप के दौरान यदि बच्चा दांत के दर्द के कारण रात भर रोता रहेगा तो आपकी छुट्टियाँ बर्बाद हो जाएँगी। अनजाने शहर में आप बच्चे का इलाज कराने में भी कतराएँगे।
 
यदि आप पहाड़ों पर अपनी छुट्टियां बिताने जा रहे हैं तो आपके परिवार का हर सदस्य इतना फिट हो कि लंबी दूरियां पैदल तय कर सके। पहाड़ों पर ट्रेकिंग पर जाना हर बच्चे का ख्वाब होता है लेकिन उसके लिए आवश्यक फिटनेस भी होना जरूरी है।
 
परिवार के हर सदस्य के पास जूते इतने आरामदेह हों कि पैदल चलने का मौका आए तो तकलीफ न हो। प्रवास पर ले जाने के लिए फर्स्ट एड किट जरूर बना लें लेकिन याद रहे अनावश्यक दवाओं का बोझा साथ ले जाने की कोई तुक नहीं है।
 
फर्स्ट एड किट
* चिपकाने वाली मेडिकल पट्टियों के अलावा ड्रेसिंग का सामान
 
* कीड़े भगाने वाले रिपेलेंट (मॉस्कीटो एंड कॉकरोच)
 
* एंटीसेप्टिक क्रीम
 
* पेयजल को शुद्ध रखने वाली गोलियाँ
 
* ग्लूकोस
 
*दस्त बंद होने की गोलियाँ
 
* बदन दर्द या सिरदर्द की गोलियाँ अथवा मल्हम
 
* सनस्क्रीन और कैलामाइन लोशन।
 
परिवार के जिस भी सदस्य को लंबी बीमारी जैसे उच्च रक्तचाप अथवा डायबिटीज की गोलियां लगती हों उसका बड़ा स्टॉक साथ में रखना जरूरी है।
 
मलेरिया की टैबलेट जरूरत पड़ने पर काम आ सकती है।
 
मेडिकल इंश्योरेंस एक ऐसी सुविधा है जिसका प्रीमियम भरते समय पीड़ा होती है लेकिन जरूरत पड़ने पर किसी फरिश्ते का वरदान साबित होती है।

मास्क का स्टॉक और सेनैटाइजर की बॉटल साथ में रखें। मास्क बदलते रहें। 
 
यदि परिवार के सदस्यों में से कोई हृदयरोगी है तो उसकी पूरी जांच करवाने के बाद ही प्रवास पर साथ ले जाएं। कोशिश करें कि ऐसे रोगियों के साथ पहाड़ पर जाने का कार्यक्रम न बने।
 
आमतौर पर लोगों को सूटकेस या भरा हुआ कंधे का बैग उठाने की आदत नहीं होती। प्रवास के दौरान कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है जब इस तरह का बोझ उठाना पड़ता है। इससे पूरे शरीर में खासतौर पर कंधों और घुटनों में दर्द होता है। मांसपेशियाँ भी दर्द करती हैं। ऐसेमें दर्द निवारक गोलियाँ कारगर साबित होती हैं।
 
कभी भी ग्लूकोज को लेना न भूलें। ग्लूकोज आपके शरीर में तत्काल ऊर्जा का संचार करता है।
 
कोरोना जांच अवश्य कराएं जाने से पहले और आने के बाद... 

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