खतरनाक हो सकता है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन

Webdunia
प्रीति साेनी
घर, ऑफिस और कहीं बाहर होने पर अक्सर हम अपनी हेल्थ को नजर अंदाज कर देते हैं, जिससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन भी ऐसी ही एक समस्या है, जो जरा सी लापरवाही से उत्पन्न होकर किडनी तक पहुंच सकती है। इससे निपटने के लिए पहले इसे जानना बेहद आवश्यक है।
 

 
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन वह समस्या है, जो मूत्रमार्ग को संक्रमित कर तेजी से फैलती है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं में यह समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है, जिसे यूटीआई भी कहा जाता है। यदि इस समस्या को समय रहते ठीक नहीं किया गया, तो यह ब्लेडर और किडनी तक को संक्रमित कर नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए अनदेखा किए बिना, समय रहते इसका इलाज कराना बेहद आवश्यक है।

क्या है यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन 
वैजाइना या मूत्रमार्ग के आसपास एवं अंदर के हिस्से में बैक्टीरिया पनपने से संक्रमण का फैलना ही यूरिनरी इंफेक्शन कहलाता है। ज्यादातर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद हार्मोन्स के बदलाव के कारण भी यह समस्या होती है।अधि‍कतर गर्मी व बरसात के दिनों में यह इंफेक्शन तेजी से फैलता है।  


 
 
यूटीआई के कारण - 
 
1 संबंधित स्थान पर किसी प्रकार की चोट लगने पर 
2 सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करने पर 
3 सेक्स के बाद सफाई न करना।
4 पेशाब को देर तक रोके रहना ।
5 माहवारी के दौरान साफ-सफाई न रखने पर।
6 साफ- सफाई न रखना ।
7 कम मात्रा में पानी पीना 
8 इम्यूनिटी सिस्टम सही न रहने पर
9 किडनी में स्टोन या डायबिटीज के कारण
10  महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन वजाइना के अंदरूनी हिस्से में सेफ्टी लेयर का काम करता है, लेकिन मेनोपॉज के बाद उनके शरीर में इस हार्मोन की कमी हो जाती है, जिससे उम्र बढ़ने के साथ इस इन्फेक्शन के होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
11 पुरुषों में प्रोस्टेट ग्लैंड के बढ़ने की समस्या अक्सर हो जाती है जिसके कारण उन्हें यूटीआई हो सकता है।

यूटीआई के लक्षण - 
1  मूत्रमार्ग में खुजली, दर्द या जलन । 2  बार-बार टॉयलेट जाना  3  बुखार के साथ ठंड लगना  4  मतली होना   5 यूरिन से बदबू और उसका रंग में बदलाव  6 पेट के निचले हिस्से व कमर में दर्द और भारीपन  8 पेशाब के समय जलन महसूस होना  थकान और चक्कर आना...
 

 
यूटीआई से बचाने के लिए करें यह उपाय - 
 
1 भरपूर मात्रा में पानी पिएं, क्योंकि इससे शरीर के सारे टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं, और बैक्टीरिया नहीं फैल पाते । 
2 पेशाब को बहुत देर तक रोक कर न रखें, इससे इन्फेक्शन फैलने का खतरा बना सकता है।
3 सार्वजनिक शैचालय को इस्तेमाल करने से पहले और बाद में फ्लश जरूर करें। साथ ही उसकी सीट की साफ-सफाई पर भी ध्यान दें।

4 प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। 5 कम्फर्टेबल अंडरगार्मेंट्स पहनने चाहिए।  6 सेक्स से पहले और बाद में टॉयलेट जरूर जाएं और हाइजीन का भी पूरा ख्याल रखें। 7 किसी भी प्रकार के हाइजीन का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 8 इस इन्फेक्शन के कारण किसी दवा का सेवन कर रहे हैं तो उसका कोर्स पूरा करना चाहिए, क्योंकि बीच में दवा छोड़ देने से फिर से इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है।


 
9 अपनी डाइट में विटामिन सी की मात्रा शामिल करें, जिसमें खास तौर से, जूस, अनानास, नींबू, मौसंबी, संतरा व करौंदे का जूस प्रमुख हैं।
10  दारूहल्दी व लहसुन का सेवन भी जलन को कम करने में सहायक है।
11 दालचीनी, जौ का पानी, नारियल पानी और छाछ का भरपूर सेवन करें, इनसे भी जलन में राहत मिलेगी। 
12  यूटीआई इन्फेक्शन से जल्द निजात पाने के लिए गर्म पानी के बैग या बोतल से सिकाई करें।
13  मसालेदार भोजन, चाय, कॉफी, चॉकलेट, सिगरेट और एल्कोहल का सेवन न करें। 

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