फौज से सालभर बाद लौटा तो पत्नी की गोद में पाया 1 माह का बच्चा, जानिए क्या है एग फ्रीजिंग?

Webdunia
शनिवार, 18 जून 2022 (15:27 IST)
सीकर। राजस्थान के सीकर में रहने वाला जवान जब साल भर बाद अपने घर लौटा तो अपनी पत्नी की गोद में 1 महीने का बच्चा देख झूम उठा। दरअसल, ये जवान बॉर्डर पर जाने से पहले जयपुर स्थित एक IVF सेंटर  में अपने स्पर्म फ्रीज करवाकर गया था। डॉक्टरों ने फौजी के जाने के बाद IVF की मदद से पत्नी को गर्भ धारण करवा दिया। उसके ठीक 9 महीने बाद महिला ने एक स्वस्थ बालक को जन्म दिया। डॉक्टरों का कहना था कि पत्नी को पॉलीसिस्टिक ओवरियन डिसीज (PCOD) नाम की बीमरी थी, जिसके कारण वह प्राकृतिक रूप से बच्चे को जन्म नहीं दे पा रही थी।  
दरअसल, एग फ्रीजिंग या फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की इस तकनीक का इस्तेमाल कई सालों से किया जाता रहा है। नेचुरल प्रेग्नेंसी धारण ना कर पाने वाली महिलाओं को अक्सर IVF की प्रक्रिया का इस्तेमाल करने को कहा जाता है। ये प्रक्रिया कई परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है। चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में विकास के बाद अब ये प्रक्रिया और अधिक आसान और सुरक्षित बन कर उभरी है। 
 
एग फ्रीजिंग क्या है?
ऐसे कई कपल होते है जो नौकरीपेशा होने की वजह से शादी के बाद भी अपने करियर पर प्राथमिक रूप से ध्यान देते हैं। वो सोचते है कि कुछ सालों बाद माता-पिता बने। लेकिन, उम्र ज्यादा होने पर गर्भ धारण करने में जटिलताएं आ सकती हैं। ऐसे कपल IVF सेंटर पर जाकर अपने स्पर्म(पुरुष) और एग(महिला) फ्रीज करा लेते हैं, जिन्हे सेंटर पर स्टोर करके रख लिया जाता है। कुछ सालों बाद जब कपल को लगता है कि उन्हें बच्चा चाहिए तो स्पर्म और एग को लैब में प्रोसेस करके गर्भाशय में ट्रांसफर कर दिया जाता है। 
 
IVF ने सवारे कई परिवार - 
आईवीएफ विशेषज्ञों का कहना है कि फौज में काम करने वालों और वदेश में रहने वालों में स्पर्म फ्रीजिंग का चलन बढ़ रहा है। कई केसेस में कैंसर पीड़ित पुरुषों ने भी कीमोथेरेपी के पहले स्पर्म करवाए हैं। IVF प्रक्रिया ने कई परिवारों को पूरा किया है।  
यूं तो इस प्रक्रिया में खर्च ज्यादा है, लेकिन विदेशों की तुलना में भारत में फर्टिलिटी ट्रीटमेंट किफायती है। लगभग हरे बड़े शहर में IVF सेंटर खोले जा रहे हैं, जहां पर जाकर स्पर्म फ्रीजिंग करवाई जा सकती है। इस प्रक्रिया में आमतौर पर 4-5 लाख रुपए का खर्च आता है। कुछ बैंकों ने फर्टिलिटी ट्रीटमेंट के लिए लोन भी देना शुरू किया है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पेट के लिए वरदान है जामुन, जानिए इसके चमत्कारी फायदे

सावधान! अधूरी नींद की वजह से खुद को ही खाने लगता है आपका दिमाग

पाकिस्तान में बेनाम सामूहिक कब्रों के पास बिलखती महिलाएं कौन हैं...?

मिस वर्ल्ड 2025 ने 16 की उम्र में कैंसर से जीती थी जंग, जानिए सोनू सूद के किस सवाल के जवाब ने जिताया ओपल को ताज

ऑपरेशन सिंदूर पर निबंध: आतंकवाद के खिलाफ भारत का अडिग संकल्प, देश के माथे पर जीत का तिलक

सभी देखें

नवीनतम

45 मिनट वॉक करने से ब्लड शुगर लेवल में आते हैं ये 5 बड़े बदलाव

अरेंज मैरिज करने से पहले पार्टनर के बारे में जान लें ये बातें वरना हो जाएगी सोनम और राजा रघुवंशी जैसी हालत

पापा मेरी जान हरदम रखना अब सर पर ये हाथ तुम... फादर्स डे पर समर्पित पिता पर 10 लाइन

जयंती विशेष: कबीर दास जी पर निबंध

कैंसर बढ़ाने वाले 6 खतरनाक फूड्स और उनके हेल्दी विकल्प: जानिए क्या खाना है और क्या नहीं

अगला लेख