बरसात के मौसम में ये 5 आसान योगासन कर सकते हैं आपकी इम्युनिटी की रक्षा

WD Feature Desk
शनिवार, 26 जुलाई 2025 (14:09 IST)
best yoga asanas for health: बरसात का मौसम जहां मन को सुकून देता है, वहीं यह मौसम शरीर के लिए कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आता है। नमी भरा वातावरण, गीली जमीन, हवा में बैक्टीरिया और कमज़ोर होती इम्युनिटी, ये सभी मिलकर सर्दी, जुकाम, खांसी, वायरल बुखार और स्किन एलर्जी जैसी बीमारियों को न्योता देते हैं। ऐसे में अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखना सबसे जरूरी हो जाता है। दवाओं के बजाय अगर आप प्राकृतिक उपायों को प्राथमिकता दें, तो योग सबसे बेहतर विकल्प बनकर सामने आता है। योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करता है। खासकर बरसात के मौसम में कुछ खास योगासन अपनाकर आप खुद को बीमारियों से दूर और फिट रख सकते हैं।
 
1. वज्रासन
बरसात में खाना सही से नहीं पचता और पेट की गड़बड़ियों की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में वज्रासन एक सरल लेकिन प्रभावशाली योगासन है, जिसे आप भोजन के बाद कुछ मिनट करके पाचन तंत्र को दुरुस्त बना सकते हैं। वज्रासन से गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती हैं और यह शरीर को अंदर से स्थिर बनाता है, जिससे प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।
 
2. भस्त्रिका प्राणायाम
भस्त्रिका प्राणायाम मानसून के मौसम में बहुत उपयोगी है क्योंकि यह सांस से संबंधित परेशानियों से लड़ने में मदद करता है। यह प्राणायाम फेफड़ों को शुद्ध करता है, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को संतुलित करता है। इसे नियमित रूप से करने से सर्दी-जुकाम और इंफेक्शन से बचाव होता है। सुबह के वक्त इसका अभ्यास करने से दिनभर ताजगी और ऊर्जा बनी रहती है।
 
3. सूर्य नमस्कार 
हालांकि बरसात में सूर्य कम दिखता है, लेकिन सूर्य नमस्कार का अभ्यास आपके शरीर को हर मौसम में संतुलित रखता है। इसमें 12 आसान स्टेप्स होते हैं जो शरीर की हर मांसपेशी पर काम करते हैं। इससे रक्त संचार सुधरता है, शरीर डिटॉक्स होता है और मेटाबॉलिज़्म तेज़ होता है। यह योगासन इम्यून सिस्टम को प्राकृतिक रूप से सक्रिय करता है और मानसून में चपेट में आने वाली बीमारियों से बचाव करता है।
 
4. सेतु बंधासन 
बारिश के दिनों में अक्सर शरीर भारीपन और थकान से भर जाता है। ऐसे में सेतु बंधासन यानी ब्रिज पोज़ शरीर को खिंचाव देता है, रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है और थकान दूर करता है। यह योगासन खासतौर पर स्ट्रेस से छुटकारा दिलाता है और हार्मोन बैलेंस करता है, जिससे मानसिक शांति और इम्युनिटी दोनों बनी रहती हैं।
 
5. कपालभाति 
कपालभाति प्राणायाम शरीर की गंदगी को बाहर निकालने का एक अत्यंत प्रभावशाली तरीका है। यह पेट की चर्बी कम करता है, पाचन को दुरुस्त करता है और शरीर के हर अंग तक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। खासकर बारिश में जब सर्दी-जुकाम या थकावट महसूस हो, तब कपालभाति दिन की शुरुआत के लिए सबसे अच्छा अभ्यास माना जाता है।
 

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