हर यंगस्टर को रोज करना चाहिए ये 5 योगासन

WD Feature Desk
बुधवार, 18 जून 2025 (17:38 IST)
Yoga for Teens in Hindi: आज की जेनरेशन स्मार्टफोन से लेकर सोशल मीडिया तक हर चीज़ में सुपर एक्टिव है, लेकिन जब बात आती है अपनी हेल्थ और फिटनेस की, तो वहां लापरवाही देखने को मिलती है। भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल, अनियमित नींद, जंक फूड, और स्क्रीन टाइम की आदतों ने युवाओं की फिजिकल और मेंटल हेल्थ को काफी प्रभावित किया है। कई बार तो छोटी उम्र में ही मोटापा, तनाव, बैक पेन और नींद की दिक्कतें सामने आने लगती हैं। ऐसे में शरीर और दिमाग को बैलेंस में लाने के लिए योगासन एक सशक्त समाधान बन सकता है।
 
योग सिर्फ एक वर्कआउट नहीं है, बल्कि यह एक होलिस्टिक लाइफस्टाइल है जो शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है। खासकर युवाओं के लिए ये जरूरी है कि वे रोज कम से कम 20-30 मिनट योग के लिए निकालें ताकि वे न सिर्फ बेहतर फिजिकल हेल्थ में रहें, बल्कि मानसिक रूप से भी स्ट्रॉन्ग बनें। आइए जानते हैं ऐसे 5 जरूरी योगासन जिन्हें हर यंगस्टर को रोजाना अपनी लाइफ में शामिल करना चाहिए।
 
1. ताड़ासन (Tadasana) 
ताड़ासन को 'माउंटेन पोज' भी कहा जाता है और ये सबसे आसान लेकिन असरदार योगासन है। यह बॉडी की स्ट्रेचिंग करता है, रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है और पोस्चर को सुधारता है। आजकल लंबे समय तक बैठने और मोबाइल देखने के कारण युवाओं में गलत पोस्चर की दिक्कत आम हो गई है, ताड़ासन इस समस्या को दूर करने में मदद करता है।
 
फायदे: रीढ़ मजबूत बनती है, बॉडी बैलेंस सुधरता है, फेफड़े खुलते हैं और मानसिक एकाग्रता बढ़ती है।
 
2. भुजंगासन (Bhujangasana) 
भुजंगासन या 'कोबरा पोज' पीठ के लिए बेहद फायदेमंद है। आजकल ऑफिस या ऑनलाइन स्टडी के कारण ज्यादातर युवाओं को पीठ दर्द की समस्या हो जाती है। ये आसन रीढ़ को लचीलापन देता है और एनर्जी को बढ़ाता है। यह मानसिक थकान को दूर कर फोकस में सुधार करता है।
 
फायदे: कमर और पीठ के दर्द में राहत, पाचन तंत्र में सुधार, थकावट और आलस कम होता है।
 
3. अनुलोम-विलोम प्राणायाम 
आज के दौर में तनाव, एंग्जायटी और नेगेटिव सोच युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। अनुलोम-विलोम प्राणायाम एक शक्तिशाली सांस अभ्यास है जो दिमाग को शांत करता है, तनाव कम करता है और ऑक्सीजन सप्लाई को बेहतर बनाता है। इसे रोज़ सुबह 5-10 मिनट करने से मन की शांति मिलती है।
 
फायदे: स्ट्रेस और डिप्रेशन से राहत, ब्रेन एक्टिविटी में सुधार, एकाग्रता और नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।
 
4. वज्रासन (Vajrasana) 
खाने के बाद 5-10 मिनट वज्रासन में बैठने से पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है। यह आसान दिखने वाला आसन पाचन से जुड़े सभी विकारों को दूर करता है, ब्लोटिंग और एसिडिटी को कंट्रोल करता है। खासकर जो युवा जंक फूड या फास्ट फूड ज्यादा खाते हैं, उनके लिए ये आसन बेहद जरूरी है।
 
फायदे: पाचन में सुधार, गैस की समस्या से राहत, ध्यान और मेडिटेशन के लिए आदर्श मुद्रा।
 
5. बालासन (Balasana)
बालासन यानी चाइल्ड पोज़ एक ऐसा आसन है जो पूरे शरीर को रिलैक्स करता है। जब दिनभर के तनाव, थकावट या एंग्जायटी से बचना हो, तो इस आसान से पोज में 3-5 मिनट बैठना बहुत फायदेमंद होता है। यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है और माइंडफुलनेस बढ़ाता है।
 
फायदे: माइंड रिलैक्स होता है, पीठ, कंधों और गर्दन में जकड़न दूर होती है, भावनात्मक संतुलन बेहतर होता है। 
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