मोतियाबिंद ऑपरेशन अब पूर्णतः सफल होंगे

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मोतियाबिंद आँखों की वह बीमारी है, जो उम्र से जुड़ी है। ज्यों-ज्यों व्यक्ति की उम्र बढ़ती जाती है, त्यों-त्यों आँखों के लैंस में धुंधलापन आने लगता है।

मोतियाबिंद कई प्रकार का होता है, दवा के साइड इफेक्ट्स और आँख पर चोट लगने से भी मोतियाबिंद हो सकता है। अधिकतर केसों में इसके ऑपरेशन असफल भी हुए हैं।

वेंडरबिल्ट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता एक ऐसा 'इम्प्लांटेबल कांटेक्ट लैंस' विकसित करने में लगे हैं, जो उम्रदराज लोगों की निगाह को उसी तरह ठीक कर देगा, जैसी कि मोतियाबिंद पनपने से पहले थी।

इस लैंस का निर्माण एक-दूसरे को ढँकती छह प्लेटों की मदद से किया गया है। ये प्लेटें उस वक्त 'फोकस' करने का काम करती हैं, जब आँख की पेशियाँ हरकत करती हैं। इस लैंस के चिकित्सकीय परीक्षणों की शुरुआत आने वाले दो सालों में शुरू हो जाएगी।

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