वर्च्यू बेबी : गर्भस्थ शिशु के लिए एक अनूठा संगठन

Webdunia
बुधवार, 10 सितम्बर 2014 (16:39 IST)
एक अलहदा एजुकेशनल और साइंटिफिक ऑर्गनाइजेशन 
 
डॉ. नीतिका सोबती
वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीतिका सोबती के अनुसार धरती पर मनुष्य की जिंदगी मां के गर्भ में आने के साथ ही शुरू हो जाती है। इसलिए जो शुद्दता, प्यार, प्रकाश और शक्ति बच्चे को मां के गर्भ में मिलती है वो सीधे परमात्मा से उसके संबंध के कारण है।
 
मातृत्व अध्यात्म की ओर झुकाव का महान क्षण होता है, जब एक औरत मां बनने के लिए नए मेहमान को इस दुनिया में लाने का फैसला करती है या तैयार होती है। इस अवस्था में स्त्री को मातृत्व के लिए जरूरी सभी आवश्यक चीजों को जानने का मौका मिलता है। वो अपने आंतरिक शक्ति, आत्मबल, पूर्वाभास, अपने विवेक और बुद्धि से रूबरु होती है। 
 
गर्भावस्था या मां बनने की प्रक्रिया बिल्कुल चमत्कारिक और दिव्य होती है जो आपके जीवन को आनंदमय और खूबसूरत बनाती है अगर डिलीवरी सही माहौल, सही वातावरण और अच्छे तरीके से किया गया हो। हम इसी आइडिया को आगे रखने की कोशिश करते हैं कि गर्भावस्था बहुत ही महत्वपूर्ण और शक्तिशाली समय होता है जब एक मां और पूरा परिवार अपनी आंतरिक शक्ति का इस्तेमाल करके अपने आप को  नए तरीके से सृजित कर सकता है।
 
बच्चे बहुत ही सतर्क और बुद्धिमान प्राणी होते हैं। जब आप मां बन जाती हैं तब आप पर दो जिंदगियों की जिम्मेदारी होती है। यह जरूरी है कि गर्भधारण करने से पहले से ही आप अपने शरीर की जरूरतों  अपनी पसंद, लाइफ स्टाइल का ख्याल रखें। तनाव, चिंता, भय, निराशा और अवसाद नेचुरल है लेकिन फिर भी हम सभी को चाहिए कि आनेवाली पीढ़ी और जन्म देनेवाली मां की भलाई के लिए गर्भवती महिला का अच्छे से ख्याल रखें। 
 
'महिला अपनेआप में पूरी ब्रह्मांड है जिसमें पैदा करने, पालने और बदलाव लाने की शक्ति है।'  
 
-डायना मैरीचिल्ड 
 
आज समय की मांग है कि गर्भावस्था और प्रसुति में हॉलीस्टीक और नेचुरल ट्रेंड का पालन करें और मॉडर्न मेडीसिन का प्रयोग करें। हमारी कोशिश यह सुनिश्चित करने की है कि बच्चे का जन्म बड़े ही प्यार से हो, उनका लालन-पालन खुशियों से हो, और जन्म देने की प्रक्रिया में शान्ति और गरिमा झलके जो नवजात बच्चे में सद्गुण और संस्कार भरे। 
 
किस प्रकार बच्चे का जन्म, उनका पालन हुआ है इस पर ही बच्चों के भविष्य के साथ साथ विश्व शान्ति निर्भर करता है।
 
वर्च्यू बेबी लोगों की भलाई के लिए दूसरों से मीलों आगे एक एजुकेशनल और साइंटिफिक ऑर्गनाइजेशन है जिसमें हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स, स्पीरिच्यूअल गाइड्स, योगा एक्सपर्ट्स और फीजियोथेरैपिस्ट की एक सुयोग्य टीम है जो बच्चे के बेहतर शान्तिमय भविष्य और विश्व शान्ति के लिए जन्म देने वाले माता पिता को प्रेरणा, और सूचना देते हैं।
 
यह समय है अपने पार्टनर के साथ मिलकर जिंदगी की संभावनाओं, नौकरी और वातावरण को समझने खोजने और तलाशने का। ये समय है यह जानने का कि आप अपने बच्चे का विकास कैसे कर सकते हैं। अपने शरीर को इस वातावरण में कैसे ढ़ाल सकते हैं ताकि आप बच्चे के जन्म के लिए अनुकूल स्थिति तैयार कर सकें। यह समय है अपने बच्चे से आत्मीय जुड़ाव का और अपने शरीर का ख्याल रखने का जिसमें आपके बच्चे का शारीरिक, मानसिक, अध्यात्मिक और भावनात्मक विकास हो सके।
Show comments

वर्कआउट करते समय क्यों पीते रहना चाहिए पानी? जानें इसके फायदे

तपती धूप से घर लौटने के बाद नहीं करना चाहिए ये 5 काम, हो सकते हैं बीमार

सिर्फ स्वाद ही नहीं सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है खाने में तड़का, आयुर्वेद में भी जानें इसका महत्व

विश्‍व हास्य दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

समर में दिखना है कूल तो ट्राई करें इस तरह के ब्राइट और ट्रेंडी आउटफिट

Happy Laughter Day: वर्ल्ड लाफ्टर डे पर पढ़ें विद्वानों के 10 अनमोल कथन

संपत्तियों के सर्वे, पुनर्वितरण, कांग्रेस और विवाद

World laughter day 2024: विश्‍व हास्य दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड

01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में