Who should not eat mango: गर्मियों की शुरुआत होते ही हमारे दिल और ज़ुबान पर एक ही नाम होता है – आम। 'फलों का राजा' कहलाने वाला आम न सिर्फ स्वाद में शानदार होता है, बल्कि इसमें छिपे पोषक तत्व जैसे विटामिन A, C, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स भी हमारी सेहत को कई फायदे पहुंचाते हैं। आम के विविध रूप, रस वाला आम, कटहल आम, आम का पना या आम से बनी चटनी, हर किसी के दिल को लुभाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आम सबके लिए एक सा फायदेमंद नहीं होता? अक्सर लोग आम को स्वाद और आनंद के लिए दिनभर खाते रहते हैं, बिना यह सोचे कि उनकी स्वास्थ्य स्थिति इसकी अनुमति देती है या नहीं। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही यह स्पष्ट करते हैं कि कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों को आम खाने से परहेज़ करना चाहिए। इस लेख में हम उन्हीं 6 तरह के लोगों के बारे में जानेंगे जिन्हें आम से दूरी बनानी चाहिए, वरना स्वाद सेहत पर भारी पड़ सकता है।
1. डायबिटीज के मरीज
आम में प्राकृतिक शर्करा (फ्रुक्टोज) प्रचुर मात्रा में होती है, और इसका ग्लायसेमिक इंडेक्स (Glycemic Index) भी हाई होता है। इसका मतलब यह है कि आम खाने से ब्लड शुगर लेवल बहुत तेजी से बढ़ सकता है। जो लोग टाइप-2 डायबिटीज या प्री-डायबिटिक स्थिति में हैं, उनके लिए आम खाना खतरनाक साबित हो सकता है। हालांकि कभी-कभी सीमित मात्रा में आम खाना नुकसान नहीं करता, लेकिन रोजाना 2-3 आम खाना शुगर स्पाइक्स का कारण बन सकता है। इसलिए डायबिटिक पेशेंट्स को आम खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
2. जिन्हें पेट की समस्याएं या एसिडिटी होती है
आम की तासीर गर्म मानी जाती है। ऐसे में जो लोग पहले से गैस, एसिड रिफ्लक्स या कब्ज़ जैसी समस्याओं से पीड़ित हैं, उनके लिए आम नुकसानदायक हो सकता है। गर्म तासीर वाला आम शरीर में पित्त बढ़ाता है, जिससे पेट में जलन, गैस या उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप फिर भी आम खाना चाहते हैं, तो उसे खाने से पहले कुछ घंटे पानी में भिगोना बेहतर होता है ताकि उसकी गर्मी कुछ हद तक कम हो जाए। साथ ही, आम को दूध या दही के साथ न लें क्योंकि इससे अपच हो सकता है।
3. स्किन एलर्जी या एक्ज़िमा के रोगी
आम की छिलके में एक प्राकृतिक तत्व होता है जिसे Urushiol कहा जाता है। यह वही केमिकल है जो पॉइज़न आइवी में भी पाया जाता है और स्किन एलर्जी का कारण बनता है। कुछ लोगों को आम खाने के बाद होंठों पर जलन, खुजली या रैशेज़ हो सकते हैं, खासकर तब जब आम को छिलके सहित खाया गया हो या आम के रस से सीधे संपर्क हुआ हो। यदि आपको पहले से स्किन एलर्जी की शिकायत है या एक्ज़िमा है, तो आम खाने से पहले पूरी सावधानी रखें, हमेशा आम को छीलकर और धोकर खाएं।
4. जो लोग मोटापे से जूझ रहे हैं
आम भले ही नैचुरल फ्रूट हो, लेकिन उसमें मौजूद नैचुरल शुगर और कैलोरीज वजन बढ़ाने में भूमिका निभा सकते हैं। एक आम में लगभग 150 कैलोरीज़ तक हो सकती हैं, और अगर आप वजन घटाने की डाइट पर हैं, तो यह आपकी डेली कैलोरी लिमिट को पार करवा सकता है। इसके अलावा आम खाने से शरीर में इंसुलिन स्पाइक होता है, जिससे चर्बी जमा होने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। ऐसे में वेट लॉस की चाह रखने वाले लोगों को आम का सेवन सीमित मात्रा में और सुबह के वक्त करना चाहिए।
5. छोटे बच्चों को ज्यादा मात्रा में न दें आम
बच्चों का पाचन तंत्र बेहद नाजुक होता है। अगर छोटे बच्चे एक साथ ज्यादा मात्रा में आम खा लें तो उन्हें पेट दर्द, दस्त या उल्टी की शिकायत हो सकती है। खासकर 1 से 3 साल के बच्चों को आम देने से पहले सुनिश्चित करें कि आम अच्छी तरह पका हुआ हो और थोड़ी ही मात्रा में दिया जाए। साथ ही, आम के साथ बच्चों को बहुत ज्यादा ठंडी चीजें जैसे बर्फ या कोल्ड ड्रिंक्स न दें क्योंकि इससे सर्दी-खांसी हो सकती है।
6. जिन्हें किडनी या लीवर से संबंधित समस्याएं हैं
आम में पोटैशियम और फ्रुक्टोज़ की मात्रा ज्यादा होती है, जो कि किडनी या लिवर से जूझ रहे मरीजों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। पोटैशियम का अत्यधिक सेवन किडनी के कार्य को प्रभावित कर सकता है, और लीवर संबंधित रोगों में शुगर का कंट्रोल बेहद जरूरी होता है। अगर किसी को क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) या फैटी लिवर जैसी समस्याएं हैं, तो आम खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ही समझदारी है।
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