तुम याद हमें भी कर लेना

सहबा जाफरी

Webdunia
ND
जब झूम के उट्ठे सावन तो, तुम याद हमें भी कर लेना
जब टूट के बरसे बादल तो, तुम याद हमें भी कर लेना

जब रात की पलकों पर कोई ग़मगीन सितारा चमक उठे
और दर्द की शिद्दत से दिल भी जब रेजाँ-रेजाँ हो जाए
जब छलक उठे बेबात नयन,तुम याद हमें भी कर लेना।

पूरे चाँद की रातों में जब हवा चले ठंडी-ठंडी
और कोई दीवाना पंछी जब चाहत से चाँद को तकता हो

उस लम्हे की खामोशी को तुम अल्फाजों में बाँधो जब
और लिखो जब कोई ग़ज़ल, तुम याद हमें भी कर लेना।

सारी ख्वाहिश बर आए जब, और दिल ख्वाहिश से खाली हो
सब के बाद जो तेरा दिल, बस चाहत का सवाली हो

बेगर्ज़ मोहब्बत की चाहत में, दिल तेरा जब तड़प उट्ठे
ये तड़प जब हद से बढ़ जाए,तुम याद हमें भी कर लेना ।

दिल का भोला बच्चा जब, सबसे बगावत कर बैठे
तन्हा-तन्हा रुठा-रुठा दीवाना बन जाए जब

जब दुनिया भर से शिकवा हो और आँख से आँसू बह निकले
उस मासूम से लम्हे में तुम याद हमें भी कर लेना।
Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

मेडिटेशन करते समय भटकता है ध्यान? इन 9 टिप्स की मदद से करें फोकस

इन 5 Exercise Myths को जॉन अब्राहम भी मानते हैं गलत

क्या आपका बच्चा भी हकलाता है? तो ट्राई करें ये 7 टिप्स

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

Metamorphosis: फ्रांत्स काफ़्का पूरा नाम है, लेकिन मुझे काफ़्का ही पूरा लगता है.