चुनाव पर कविता : मतदाता सब देख रहा है...

डॉ. रामकृष्ण सिंगी
चुनाव होते हैं प्रजातंत्र के सामयिक यज्ञ-अनुष्ठान।
अपेक्षा है कि उनमें दी जाएं समयोचित आहुतियां।।
ताकि उठे खुशबू सुविचार की, सुचिंतन की,
जो दिशा दे देश/ समाज के भावी जीवन को।।1।।
 
आकलन हो अब तक की प्रगति का, उपलब्धियों का।
सत्ता में बैठे लोगों/ दलों की संकल्पशीलता, कार्यक्षमता का।।
आमजन की प्रतिक्रियाओं का, उनके सुख-दु:ख का।
एक ऐसा दर्पण जो प्रतिबिंबित करे समुचित जन-मन को।।2।।
 
पर जो कुछ हो रहा है अभी, जो वर्णित/ प्रदर्शित है मीडिया/ अखबारों में।
हाय! उक्त आदर्शों के दूर तक करीब नहीं।।
खींच-तान, उठा-पटक, आक्षेप-युद्ध अशोभन बयान, 
हम सजग नागरिकों को क्यों अच्छी खबरें नसीब नहीं।।
दूर तक वितृष्णा से भर देता है सब,
विचलित कर देता है अंदर तक मन को।।3।।
 
पर यह सब जो कर रहा है, एक छोटा-सा वर्ग है। 
सत्तालोलुप, धंधेबाज, राजनीति का माफिया, बेशर्म। 
शेष उनसे जुड़े लोग तो अंधे/ नासमझ पिछलग्गू हैं। 
मतदाता देख रहा है तमाशा सांस रोके चुपचाप। 
अपनी मुट्ठी में थामे शायद सजग निर्णय के क्षण को।।4।।
 
आमीन 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रसोई की इन 7 चीजों में छुपा है आपका स्किन ब्राइटनिंग सीक्रेट, तुरंत जानें इनके बेहतरीन फायदे

Health Alert : कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है सहजन की फली?

सॉफ्ट आटा गूंथने के 4 सही तरीके, रोटियां बनेंगी फूली हुई और मुलायम

आपके घर के किचन में छुपा है आयल फ्री त्वचा का राज, जानिए ये होममेड क्लींजर बनाने का तरीका

ऑफिस में बनाना चाहते हैं बढ़िया इमेज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां

सभी देखें

नवीनतम

नीबू हल्‍दी से कैंसर ठीक करने का नुस्‍खा बताकर फंसे नवजोत सिंह सिद्धू, ठोका 850 करोड़ का केस

सुबह नाश्ते में इस सफेद चीज का सेवन बढ़ाएगा आपकी याददाश्त, तेज दिमाग के लिए जरूर करें ये वाला नाश्ता

ये है अमिताभ बच्चन की फिटनेस का सीक्रेट: 82 की उम्र में फिट रहने के लिए खाते हैं इस पौधे की पत्ती

बढ़ता प्रदूषण आपकी स्किन को भी पहुंचा रहा है नुकसान, जानें कैसे करें अपनी स्किन केअर प्लान

क्या आपका ब्रश दे रहा है बीमारियों को न्योता, ओरल हेल्थ के लिए कब बदलना चाहिए ब्रश

अगला लेख