हिन्दी कविता : सियासत

सुशील कुमार शर्मा
गरीब की रोटी से
लटकती सियासत
 
किसान खून से
लथपथ सियासत
 
कभी सत्ता में
कभी विपक्ष में
सियासत
 
कभी जीत में
कभी हार में
सियासत
 
अभिव्यक्ति के नाम पर
नंगी नाचती सियासत
 
सेना को कोसकर
मुस्कुराती सियासत
 
धार्मिक उन्माद को
धधकाती सियासत
 
गरीबों के धंधों को
धूल में मिलाती सियासत
 
माल्या के कर्जों को
जनता से वसूलती सियासत
 
अपने ही पैसों के लिए
हमको तरसाती सियासत
 
सांसों पर भी टैक्स
लगाती ये सियासत
 
मीडिया को भोंपू
बनाती ये सियासत।
 
जेएनयू में भारत विरोधी
नारे लगाती ये सियासत।
 
भारत का खाकर
पाकिस्तान चिल्लाती
ये सियासत।
 
जातिवाद, भाषावाद में
मुस्कुराती ये सियासत।
 
सामाजिक सरोकारों से
दूर जाती सियासत।
 
देश के गद्दारों संग
चाय पीती सियासत।
 
बेशर्मी की सारी हदें
पार करतीं सियासत।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन

वर्ल्ड लाफ्टर डे पर पढ़ें विद्वानों के 10 अनमोल कथन

गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्‍टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे

वर्कआउट करते समय क्यों पीते रहना चाहिए पानी? जानें इसके फायदे

सिर्फ स्वाद ही नहीं सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है खाने में तड़का, आयुर्वेद में भी जानें इसका महत्व

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

क्या आपका बच्चा भी चूसता है अंगूठा तो हो सकती है ये 3 समस्याएं

अगला लेख